जगमग दीये से दूर होगा मन का तमस

जगमग दीये से दूर होगा मन का तमस- प्रभात खबर : चलो मनायें मीठी दिवाली संवाददाता, भागलपुरहर साल जहां करोड़ों रुपये आतिशबाजी में खर्च हो जाता है. वहीं समाज में एक ऐसा वर्ग है जिन्हें भर पेट भोजन भी मयस्सर नहीं होता है. उनके हिस्से खुशी, उत्साह व आनंद की रोशनी के बजाय दुख, भूख […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2015 11:43 PM

जगमग दीये से दूर होगा मन का तमस- प्रभात खबर : चलो मनायें मीठी दिवाली संवाददाता, भागलपुरहर साल जहां करोड़ों रुपये आतिशबाजी में खर्च हो जाता है. वहीं समाज में एक ऐसा वर्ग है जिन्हें भर पेट भोजन भी मयस्सर नहीं होता है. उनके हिस्से खुशी, उत्साह व आनंद की रोशनी के बजाय दुख, भूख और बेबसी आता है. क्या यह हमारे समाज के अंग नहीं है. क्या इनकी आंखों को कतरा भर रोशनी नहीं मिलनी चाहिये. हर साल आतिशबाजी से सैकड़ों लोग बीमार पड़ते हैं और कई मासूम झुलसते हुए अपनी आंखों की रोशनी गंवा देते हैं. आसपास का वातावरण आतिशबाजी के कारण प्रदूषित होता है. आखिर कब तक हम अपने मन में व्याप्त तमस को दूर न करके बाह्य की दुनियां को जगमग करते रहेंगे. चलिये इस दीपावली में वातावरण को प्रदूषित एवं समाज को बीमार करने वाले आतिशबाजी को छोड़कर किसी गरीब के घर को रौशन करे. प्रभात अभियान : क्या बिना पटाखे के दीपावली नहीं मनायी जा सकती है ? प्रदूषण मुक्त समाज के निर्माण एवं आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने में इस दीपावली पर आपकी क्या भूमिका होगी. आप हमें फोन या व्हाट्सएप के जरिये 8756856888 पर मैसेज व इससे जुड़ी तसवीर भेज सकते हैं.इस बार दीपावली पर समाज में व्याप्त कुरीतियों, हिंसा को झिलमिलाते दीपों की रोशनी से जला कर स्वच्छ समाज बनाने का संकल्प लेती हूं. शिखा मिश्रा, गोनरचकदोस्तों में मिठाई बाटूंगा और आतिशबाजी से दूर रहूंगा. प्रभात खबर के इस मिशन को धन्यवादरवि झा, नारायणपुर, सबौर दीपावली में पटाखा नहीं जलाऊंगी और किसी जरूरतमंद बच्चे को दीपावली मनाने के लिए कुछ रुपये और मिठाई दूंगी. कोमल आनंद, एमएमएस मिशन स्कूलपटाखा से दूर रहूंगा और दोस्तों को एेसा न करने से मना करूंगा, ताकि स्वस्थ एवं प्रदूषण मुक्त समाज के निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकूं.सत्यम, हैप्पी वैली स्कूलप्रदूषण मुक्त समाज बनाने में सभी की भूमिका होनी चाहिये. इस बार मैं अपने बेटों से कहूंगा कि वह पटाखा न फोड़ किसी जरूरत मंद परिवार के बच्चों को मिठाई दें, ताकि उन्हें भी मुस्कराने का मौका मिल सके.अजय सिंह, खरमन चौकदीपावली पर कुछ मिठाई और भोजन अपने बेटों के जरिये जरूरत मंद घरों में दूंगी आैर बच्चों को पटाखा नहीं फोड़ने दूंगी. शर्मिला, तिलकामांझीदीपावली पूजा-पाठ कर खुश रहने का त्योहार है न कि पटाखा फोड़ कर समाज के बीमार काे दुख पहुंचाने का. इस बार अपने घर के लोगों को पटाखा न फोड़ने को कहूंगा.संजय, खरीक

Next Article

Exit mobile version