अपराधियों का अंतर-जिला गिरोह सक्रिय, बड़े अपराधी कर रहे मदद
अपराधियों का अंतर-जिला गिरोह सक्रिय, बड़े अपराधी कर रहे मदद शहर में छिनतई, लूट और हत्या जैसी घटनाओं में गिरोह के शामिल होने की संभावनाभागलपुर के अलावा मुंगेर, बांका और नवगछिया के अपराधी तैयार कर रहे गिरोह गिरोह में 18 से 24 साल के युवकों को किया जा रहा शामिल बड़े अपराधी जेल से बाहर, […]
अपराधियों का अंतर-जिला गिरोह सक्रिय, बड़े अपराधी कर रहे मदद शहर में छिनतई, लूट और हत्या जैसी घटनाओं में गिरोह के शामिल होने की संभावनाभागलपुर के अलावा मुंगेर, बांका और नवगछिया के अपराधी तैयार कर रहे गिरोह गिरोह में 18 से 24 साल के युवकों को किया जा रहा शामिल बड़े अपराधी जेल से बाहर, नये गिरोह को सक्रिय करने में हैं शामिल वरीय संवाददाता, भागलपुरशहर में होनेवाली आपराधिक घटनाओं में अपराधियों के अंतर-जिला गिरोह की सक्रियता सामने आ रही है. इस गिरोह में भागलपुर के अलावा बांका, मुुंगेर और नवगछिया के अपराधी शामिल हैं. हाल ही में सुलतानगंज बिजली ऑफिस में लूट मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने भी माना है कि अंतर-जिला गिरोह शहर में होने वाली आपराधिक घटनाओं में शामिल हैं. इन आपराधिक घटनाओं में शामिल होने की आशंकापिछले कुछ महीनों में जिले में हुई आपराधिक घटनाओं में अंतर-जिला गिरोह के शामिल होने की बात सामने आयी. अक्तूबर में शहर में हुई चार छिनतई की घटनाओं के अलावा लूट कांड और कोर्ट परिसर में गोली चलाने की घटनाएं हुई. इनमें इन गिरोहों के शामिल होने की बात कही जा रही. अंतर-जिला गिरोह में 18 से 24 साल के युवकों को शामिल किया जा रहा है. इतने गिरोह सक्रिय, सरगना पुलिस की पहुंच से बाहरजिले में अपराधियों के कई गिरोह सक्रिय हैं. इनमें बिल्ला गिरोह, सत्तन गिरोह, बन्नी गिरोह, गाजा यादव गिरोह और कन्हैया यादव का गिराेह शामिल हैं. ये गिरोह इसलिए भी इतने सक्रिय हैं क्योंकि इनके सरगना पुलिस की पहुंच से बाहर हैं. कुछ गिरोहाें के सरगना तो पुलिस के पकड़ में आये ही नहीं हैं और कुछ आये भी तो वे जेल से बाहर आ चुके हैं. आश्चर्य इस बात का भी है कि ये बड़े अपराधी जेल से जल्दी ही बाहर भी आ जाते हैं. इन अपराधियों में बिल्ला यादव, गाजा यादव, पवन यादव, कन्हैया यादव, बन्नी, सोनी मियां, सत्तन, राजा और गौतम मंडल आदि शामिल हैं. ये जेल से बाहर रहकर नये गिरोह को तैयार करने में अहम भूमिका निभा रहे. इन इलाकों में है इनकी पकड़ कुख्यात अपराधियों के गिरोह की बात करें तो वे लोदीपुर, बबरगंज, मोजाहिदपुर, सबौर और नाथनगर के इलाकों में सक्रिय हैं. अपराधी पुलिस की सक्रियता को देखते हुए अपना ठिकाना भी बदलते रहते हैं. हाल में इशाकचक और तिलकामांझी के इलाकों में अपराधियों का नया गिरोह तैयार हो रहा है. इन दो थाना क्षेत्रों में रहने वाले अपराधियों ने कई घटना को अंजाम दिया है. यहां से मिल रहे हथियार, पैसे ऐसे आते हैंअपराधियों को मुंगेर से हथियार मुहैया कराया जा रहा है. अवैध हथियारों की तस्करी करने वालों में भी कई जिलों के अपराधी शामिल हैं जिनमें कुछ सप्लायर शहर के भी हैं. अपराधियों के पास से लूट और छिनतई के पैसे खत्म हो जाने के बाद कुछ भूमाफिया उन्हें शरण दे रहे हैं. वे अपराधियों को पैसे देते हैं और बदले में अपना काम कराते हैं. सूत्रों की मानें ताे विवादित जमीन पर कब्जा करने में मदद करने वाले बड़े अपराधियों को भूमाफिया जमीन में भी हिस्सा देते हैं. बाइक चोर गिरोह में भी बाहर के अपराधी जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में प्रत्येक महीने औसतन 100 बाइक की चोरी होती है. पुलिस बाइक चोरों को पकड़ती भी रही है पर बाइक चोरी की घटनाएं रुक नहीं रही है. सूत्राें की मानें तो बाइक चोरी गिरोह में भी अंतर-जिला गिरोह की संलिप्तता की जांच पुलिस कर रही है. बाइक चोरों के गिरोह में भी बांका, मुंगरे और नवगछिया के अपराधियों के शामिल होने की सूचना है. पुलिस उस जगह की तलाश में है जहां चोरी की बाइक को काटा जाता है.