बादे गांव के 12 बच्चों का अब भी चल रहा इलाज

बादे गांव के 12 बच्चों का अब भी चल रहा इलाज-44 समेत बाकी बच्चों को स्वस्थ होने पर मायागंज अस्पताल से मिली छुट्टी-जेएलएनएमसीएच में किया जा रहा बच्चों का इलाजसंवाददाता, भागलपुरविषाक्त चाट खानेवाले जगदीशपुर प्रखंड के बादे हसनपुर एवं बादे खुसालपुर गांव के बच्चों की स्थिति बड़ी तेजी से सुधार हुआ. इससे मरीजों के परिजन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 19, 2015 7:31 PM

बादे गांव के 12 बच्चों का अब भी चल रहा इलाज-44 समेत बाकी बच्चों को स्वस्थ होने पर मायागंज अस्पताल से मिली छुट्टी-जेएलएनएमसीएच में किया जा रहा बच्चों का इलाजसंवाददाता, भागलपुरविषाक्त चाट खानेवाले जगदीशपुर प्रखंड के बादे हसनपुर एवं बादे खुसालपुर गांव के बच्चों की स्थिति बड़ी तेजी से सुधार हुआ. इससे मरीजों के परिजन राहत में हैं. बुधवार को ठेले पर बिक रहे चाट खाने से लगभग 100 बच्चे बीमार हो गये थे. जेएलएनएमसीएच के अलावा जगदीशपुर पीएचसी व निजी अस्पतालों में भी बच्चों को भरती कराया गया था. जेएलएनएमसीएच में अभी भी 12 बच्चे भरती हैं. उनका इलाज चल रहा है. चिकित्सकों का कहना है कि भरती बच्चों की स्थिति नियंत्रण में है.चिकित्सकों ने दिखायी तत्परताइमरजेंसी में भरती बच्चों को भी शिशु विभाग में भरती करा दिया गया. गुरुवार को दिन भर में चिकित्सकों की विशेष टीम ने 10 राउंड बच्चों का चेकअप किया और समुचित इलाज किया. चिकित्सकाें का कहना था कि सभी बच्चे की स्थिति खतरे से बाहर है. बच्चों को उलटी व दस्त अधिक होने से पानी की कमी को पूरा करने के लिए स्लाइन चढ़ाया जा रहा था. मरीज के परिजन दिखे आश्वस्तशिशु वार्ड में भरती बच्चों के परिजन इस बात को आश्वस्त दिखे कि उनके बच्चे अब ठीक हो जायेंगे. बादे के राजेश पासवान ने बताया कि उनका बेटा दीपक को अब भी पेशाब नहीं हो रहा है. जो खाता है, पच नहीं रहा है. चिकित्सकों का कहना है कि ठीक हो जायेगा. उन्हीं का रिश्ते में लग रहे मामा मारूद 12 वर्ष की स्थिति ठीक है. हसनपुर के पारस प्रसाद सिंह ने बताया कि कोमल और सपना ने चाट खा लिया था. रात में उल्टी हुई थी. सुबह दोनों ठीक है. बादे के शंकर मंडल ने बताया कि पुत्री किरण को पानी चढ़ाना पड़ रहा है. पुत्र सुमन ठीक है. चिकित्सकों का कहना है कि ठीक हो जायेगा. बीडीओ के प्रतिनिधि ने लिया जायजाजगदीशपुर प्रखंड के बीडीओ के प्रतिनिधि नाजीर शब्बीर आलम एवं धीरेंद्र कुमार ने मायागंज अस्पताल में भरती बच्चों की स्थिति का जायजा लिया. उनका कहना था कि सभी बच्चे ठीक हो रहे हैं. मायागंज अस्पताल के चिकित्सकाें का पूरा सहयोग मिला. कोट:-गुरुवार को 44 बच्चों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया और उन्हें कुछ जरूरी दवा भी दी गयी. 12 बच्चों का अब भी इलाज किया जा रहा है. बाकी बच्चे ठीक होने पर सुबह-सुबह परिजन अपने साथ वापस घर ले गये. सभी बच्चों की स्थिति खतरे के बाहर है.डॉ आरसी मंडल, अधीक्षक, जेएलएनएमसीएच

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