उपेक्षा से बाधित होगा भागलपुर का विकास

उपेक्षा से बाधित होगा भागलपुर का विकास – नयी सरकार में मंत्री पद के लिए विधायकों को जगह नहीं मिलने से भागलपुर की जनता निराश – बुद्धिजीवियों ने कहा, महागंठबंधन के नेताओं ने जनता के साथ किया सौतेला व्यवहारफोटो – मनोज : परिचर्चा भागलपुर. महागंठबंधन को बिहार विधान सभा चुनाव में जबरदस्त कामयाबी दिलाने वाले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2015 6:59 PM

उपेक्षा से बाधित होगा भागलपुर का विकास – नयी सरकार में मंत्री पद के लिए विधायकों को जगह नहीं मिलने से भागलपुर की जनता निराश – बुद्धिजीवियों ने कहा, महागंठबंधन के नेताओं ने जनता के साथ किया सौतेला व्यवहारफोटो – मनोज : परिचर्चा भागलपुर. महागंठबंधन को बिहार विधान सभा चुनाव में जबरदस्त कामयाबी दिलाने वाले भागलपुर प्रमंडल को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली. इस पर शहर के प्रबुद्ध लोगों ने कहा कि जिले को मंत्रिमंडल में शामिल न करने से जिले का विकास बाधित होगा. भागलपुर की जनता ने महागंठबंधन के सात विधायक को जिताया. वह इसलिए कि महागंठबंधन मजबूत हो. लेकिन नयी सरकार में यहां के लोगों को जगह नहीं देना. इससे साबित होता है कि भागलपुर के जनता की उपेक्षा की गयी है. ऐसे में जिला में विकास का काम आगे नहीं बढ़ पायेगा. प्रो मिथलेश कुमार सिन्हा, शिक्षक, अंगरेजी विभाग, टीएनबी कॉलेजनयी सरकार में यहां के लोगों को शामिल नहीं किया जाना, सौतेला व्यवहार करना है. भागलपुर की जनता अपने को ठगा-सा महसूस कर रही है. डॉ एसके मिश्रा, हेड इतिहास विभाग, टीएनबी कॉलेजडॉ एसजेड खानम, शिक्षिक, उर्दू विभाग, टीएनबी कॉलेज मंत्रिमंडल में जिला के एक भी विधायक को शामिल नहीं किये जाने से जनता में निराशा है. बिहार में भागलपुर का दूसरा स्थान माना जाता है. लेकिन यहां की जनता की उपेक्षा की गयी. महागंठबंधन की जीत पर लोगों में खुशी थी. लोगों को उम्मीद थी कि यहां के जीते लोगों को मंत्री पद दिये जायेंगे. ऐसा नहीं होने से लोगों की खुशी छिन गयी. डॉ सुलेखा देवी, शिक्षक, टीएनबी कॉलेजभागलपुर को उपराजधानी बनाने की बात है. ऐसे में यहां से एक लोगों को भी मंत्री नहीं बनाया जाना जिले के लोगों के लिए दुख की बात है. डॉ सलाहउद्दीन अहसन, प्राचार्च, एमएम कॉलेजजनता की बदौलत महागंठबंधन की महा जीत हुई है. यहां की जनता को उम्मीद थी कि कम से कम दो लोगों को मंत्री बनना तय है. ऐसे में भागलपुर का विकास भगवान भरोसे है. डॉ तबरेज अहमद, शिक्षक, इंटर मुसलिम कॉलेज

Next Article

Exit mobile version