ठंड की दस्तक, संभल के रहें बच्चे व बुजुर्ग

ठंड की दस्तक, संभल के रहें बच्चे व बुजुर्ग संवाददाता, भागलपुर सर्दियों का मौसम दस्तक दे चुका है. मौसम में बदलाव के समय थोड़ी सी चूक होने पर बच्चे व बुजुर्ग बीमारी की चपेट में आ जाते हैं. थोड़ी सावधानी बरत कर सर्दी के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है. यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2015 7:29 PM

ठंड की दस्तक, संभल के रहें बच्चे व बुजुर्ग संवाददाता, भागलपुर सर्दियों का मौसम दस्तक दे चुका है. मौसम में बदलाव के समय थोड़ी सी चूक होने पर बच्चे व बुजुर्ग बीमारी की चपेट में आ जाते हैं. थोड़ी सावधानी बरत कर सर्दी के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है. यह भी देखा जाता है कि शुरुआती दिनों में ही लोग सतर्क नहीं रहते हैं और ठंड की चपेट में आ जाते हैं. बदलते मौसम में बच्चों को ठंड से बचायें बदलते मौसम में बच्चों को ठंड से बचा कर रखें. शुरुआती ठंड में माता-पिता यह नहीं समझ पाते हैं कि उनके बच्चों को ठंड से कब और कितना नुकसान हो सकता है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि नवजात बच्चे के अलावा 10 साल तक के बच्चों पर विशेष नजर रखना चाहिए. ठंड लगने पर खासकर बच्चों को सर्दी व खांसी के अलावा सीने में कफ जमा होने लगता है. कफ जमा होने से गले में खर्र-खर्र की आवाज आने लगती है. सांस लेने में भी तकलीफ होती है. क्या-क्या बरतें सावधानीचिकित्सकों का कहना है कि आजकल सुबह और शाम में अचानक ठंड बढ़ जाती है, लेकिन दोपहर में तापमान थाेड़ी गरम रहता है. ऐसे बदलते मौसम में रात हो या दिन पंखा एकदम नहीं चलायें. बच्चों को आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स व फ्रीज का पानी नहीं दें. बिना गरम कपड़े पहने बाहर नहीं जाने दें. अगर थोड़ी सी भी तबीयत में बदलाव देखें, तो हल्का गरम पानी पीने को दें. इससे भी अगर हालत ठीक नहीं हो रहा हो, तो चिकित्सक को अवश्य दिखायें. बुजुर्ग भी सेहत के प्रति रहें सतर्क बुजुर्गों में सर्दी के मौसम में होने वाली बीमारी में दमा, हृदय से संबंधित रोग के अलावा फ्लू, हाइपोथर्मिया व चिलब्लेन बीमारी प्रमुख हैं. तापमान में गिरावट, काेहरा, प्रदूषण या वाइरल इंफेक्शन से सर्दियों में सांस की समस्याएं ज्यादा होती है. बुजुर्गों में सांस फूलने लगती है. खांसी बढ़ जाती है, रात में ठीक सो नहीं पाते हैं. इसके अलावा सर्दी के मौसम में बुजुर्ग में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. सिरदर्द की समस्या बढ़ जाती है. ऐसे मौमस में वाइरस के प्रकोप से फ्लू, हाइपोथर्मिया व चिलब्लेन की बीमारी भी हो जाती है. सर्दी के मौसम में कैसे करें बचाव जेएलएनएमसीएच में चेस्ट विभाग के डॉ डीपी सिंह ने बताया कि सर्दी के मौसम में बुजुर्ग सुबह टहलने के लिए घर से सूर्य निकलने के बाद ही निकलें. स्नान गरम पानी करके ही करें. गरम कपड़े पहन कर निकलें. खासकर सिर व कान को जरूर बचा कर रखें. खाने में ज्यादा-से-ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करें. खाने में हल्दी, अदरख, तुलसी, काली मिर्च और केसर आदि का अवश्य प्रयोग करें. साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान रखें. पीने में हल्का गरम पानी का प्रयोग करें. अगर पहले से कोई दवा ले रहें हैं, तो दवा नियमित रूप से लें. बुजुर्गों को जैसे ही सांस लेने या दम फूलने की समस्या से परेशानी होने लगे, तो तुरंत चिकित्सक से मिलें.

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