कभी जल जमाव, कभी जाम की समस्या

कभी जल जमाव, कभी जाम की समस्या हाल हड़ियापट्टी, सूतापट्टी, कलाली गली, बाटा गली समेत संपर्क गलियों के बाजार का -15 वर्षों से सूतापट्टी में है जल जमाव की समस्या -सूतापट्टी व हड़ियापट्टी में थोड़ी बारिश में जम जाता है नाले का पानीसंवाददाता,भागलपुरवैशाख जैसी गरमी में भी थोड़ी बारिश में सूतापट्टी व कलाली गली के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2015 10:41 PM

कभी जल जमाव, कभी जाम की समस्या हाल हड़ियापट्टी, सूतापट्टी, कलाली गली, बाटा गली समेत संपर्क गलियों के बाजार का -15 वर्षों से सूतापट्टी में है जल जमाव की समस्या -सूतापट्टी व हड़ियापट्टी में थोड़ी बारिश में जम जाता है नाले का पानीसंवाददाता,भागलपुरवैशाख जैसी गरमी में भी थोड़ी बारिश में सूतापट्टी व कलाली गली के मध्य जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है. नाली की सफाई नहीं होने से लगातार यह समस्या बनी रहती है. यह समस्या हाल के दिनों की नहीं है. स्थानीय व्यवसायियों का कहना है कि समस्या का स्थायी निदान नहीं कराने से 15 वर्षों से यही हाल है. ज्यों-ज्यों भागलपुर का बाजार बढ़ता गया, त्यों-त्यों सूतापट्टी की गली संकरी होती गयी और अब परिणाम सबके सामने है. गली में जल जमाव से लेकर जाम की समस्या बनी रहती है. लोगों का पैदल चलना भी दूभर है. खासकर महिला ग्राहक यहां आने कतराने लगी है. 75 फीसदी कारोबार प्रभावित हड़ियापट्टी, कलाली गली, सूतापट्टी,फड़ियापट्टी बाजार में 60 से 70 फीसदी कारोबार प्रभावित हो रहा है. मालूम हो कि 500 से अधिक दुकानों से दो से तीन करोड़ का रोजाना कारोबार होता है. यहां पर किराना, कपड़ा, खाद्यान्न, पूजन सामग्री, मछली, मसाला आदि का कारोबार फैला है. कहते हैं व्यवसायी व्यवसायियों का कहना है कि पहले से नाला संकरी बनायी गयी है. यदि एक सप्ताह में भी इसकी सफाई करायी जाये तो जल-जमाव की स्थिति कभी नहीं होगी. यहां पर तो दो-दो महीने तक नाले की सफाई नहीं होती, जिससे थोड़ी बारिश में भी नाले का पानी दुकानों तक पहुंच जाता है, जिससे काफी नुकसान होता है.15 वर्षों से ऐसी समस्या है. पहले कम दुकानें थी और नाली की सफाई होती रहती थी.जब से नाली की सफाई नहीं हो रही है, तब से यह स्थिति है. यहां पर लोगों का आना-जाना दूभर हो जाता है.विवेक केडिया, कपड़ा कारोबारीपैसा देकर गली व नाली की सफाई करानी पड़ रही है. जल निकासी का साधन है. यदि नाली की सफाई निरंतर हो तो यह समस्या कभी नहीं होगी. प्याउ बनने के बाद पेशाब जाने की समस्या होती है. संदीप कुमार, सुतापट्टीयहां पर से कारोबार होता है. यहां आना मजबूरी है. अतिक्रमण के कारण जाम लगता है, नाली सफाई नहीं होने से जल जमाव है. लोग नगर निगम प्रशासन को कोसते हैं. कई बार नगर निगम प्रशासन से यहां की परेशानी से अवगत करा चुके हैं. कमल जैन, कलाली गली

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