गड्ढों का शहर बना भागलपुर

भागलपुर: उपराजधानी का सपना देखनेवाला शहर (भागलपुर) बिना सड़क के रह गया है. शहर की लाइफ लाइन मानी जानेवाली एनएच-80 सहित लगभग सभी प्रमुख सड़कें चलने लायक नहीं हैं. इन सड़कों के निर्माण व मरम्मत पर पिछले तीन साल में लाखों रुपये खर्च हो चुके हैं, पर स्थिति जस की तस बनी हुई है. सांसद, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2013 9:41 AM

भागलपुर: उपराजधानी का सपना देखनेवाला शहर (भागलपुर) बिना सड़क के रह गया है. शहर की लाइफ लाइन मानी जानेवाली एनएच-80 सहित लगभग सभी प्रमुख सड़कें चलने लायक नहीं हैं.

इन सड़कों के निर्माण व मरम्मत पर पिछले तीन साल में लाखों रुपये खर्च हो चुके हैं, पर स्थिति जस की तस बनी हुई है. सांसद, विधायक से लेकर आयुक्त व जिलाधिकारी तक की गाड़ियां शहर की इन जजर्र सड़कों से गुजरती हैं, पर इसकी स्थिति में सुधार के लिए कोई कुछ नहीं करता. पिछले तीन साल से शहरवासी इस समस्या को त्रस्त हैं. बीच-बीच में सड़कों की मरम्मत भी करायी गयी, पर महीने भर में ही स्थिति पहले की तरह हो गयी. जजर्र सड़कों के कारण हर साल डेढ़ से दो सौ दुर्घटनाएं हो रही है. पुलिस प्रशासन के आंकड़ों की मानें, तो पिछले तीन साल में 525 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं. जिसमें दर्जनों लोगों की मौत भी हो चुकी है.

कहीं लाखों खर्च, तो कहीं चवन्नी भी नहीं . शहर की प्रमुख सड़कों की बात करें, तो पिछले तीन साल में राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, भागलपुर ने भागलपुर रेलवे स्टेशन से जीरोमाइल के बीच सड़क मरम्मत व निर्माण पर दो करोड़ रुपये (मरम्मत के नाम पर करीब एक करोड़ रुपये और निर्माण पर कार्य उपलब्धता पर करीब एक करोड़ रुपये) खर्च कर चुका है. इसके अलावा पीडब्ल्यूडी ने तिलकामांझी चौक से चंपानगर तक मेंटेनेंस पर तीन से चार लाख रुपये खर्च किया है.

दिलचस्प बात यह है कि नगर निगम ने भागलपुर स्टेशन चौक से खलीफाबाग चौक, घंटा घर से आदमपुर चौक (राधारानी सिन्हा रोड), भागलपुर रेलवे स्टेशन से कोतवाली होते हुए नयाबाजार चौक तक जाने वाली सड़क एवं खलीफाबाग चौक से शंकर सिनेमा हॉल चौक मार्ग पर चवन्नी तक खर्च नहीं किया है. स्थिति यह है कि कहीं लाखों खर्च के बावजूद सड़क जजर्र की जजर्र रह गयी तो कहीं मेंटनेंस के अभाव में अच्छी सड़क जजर्र हो गयी.

वर्ष 2010 से अबतक मेंटेनेंस पर खर्च और वर्तमान स्थिति

सड़क खर्च (लाख में) लंबाई स्थिति

भागलपुर रेलवे से जीरोमाइल 100 07 किमी. गड्ढों के कारण चलना दूभर

तिलकामांझी चौक से चंपानगर 04 08 तिलकामांझी चौक घूरनपीर बाबा तक गड्ढे

भागलपुर रेलवे स्टेशन से नया बाजार चौक कोई खर्च नहीं 02 उखड़ चुकी सड़क से वाहनों का होता गुजरना

भागलपुर रेलवे स्टेशन से खलीफाबाग चौक कोई खर्च नहीं 1.5 छोटे-बड़े गड्ढों के कारण आवागमन में परेशानी

राधा रानी सिन्हा रोड कोई खर्च नहीं 1.5 जजर्र पीसीसी सड़क से लोगों को तकलीफ

2013 में खराब सड़क के कारण हुई दुर्घटना के चर्चित मामले

तिलकमांझी चौके के समीप वाहन के धक्के से छात्र आद्या की मौत

लोहिया पुल पर ट्रक से कुचल कर शिक्षिका मौसम की मौत

स्टेशन चौक पर बस से कुचल कर सोनी देवी की मौत

पटल बाबू रोड पर केला व्यवसायी के पुत्र आशीष की मौत

मेंटेनेंस पर पानी की तरह बहा पैसा, पर नहीं सुधरी स्थिति

जजर्र सड़क के कारण पिछले तीन साल में 525 सड़क दुर्घटनाएं

कई लोग असमय काल के गाल में समा गये


इन सड़कों से तो नरक बेहतर

भागलपुर बस स्टैंड से घंटाघर होते हुए कचहरी चौक तक

घूरनपीर बाबा चौक से तिलकामांझी तक

तिलकामांझी चौक से कैंप जेल तक

भागलपुर रेलवे स्टेशन चौक से कोतवाली चौक तक

भागलपुर रेलवे स्टेशन चौक से मुख्य बाजार होते हुए खलीफाबाग चौक तक

घंटाघर चौक से आदमपुर चौक तक

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