भागलपुर: परबत्ती में शराब बंदी के खिलाफ शनिवार को भी महिला संघर्ष समिति की महिलाएं आमरण अनशन पर रही. आंदोलनकारी महिलाओं के शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी कार्यालय में डीएम प्रेम सिंह से वार्ता की, जो बेनतीजा रही. महिलाओं ने डीएम को बताया कि परबत्ती में हजारों छात्र-छात्रएं पढ़ाई करते हैं. प्रशासन इसकी अनदेखी कर रहा है. परबत्ती में जबरन शराब की दुकान थोपा गया है.
अनशनकारी व समाज के युवकों का कहना है कि रोज-रोज सच्चो चौधरी के गुंडों से प्रताड़ित होने से अच्छा है, भूख हड़ताल कर मरना. युवकों ने कहा यहां शराब की दुकान का लाइसेंस नियम को ध्यान में रख कर नहीं दिया गया है. अनशनकारी महिलाओं ने कहा कि यदि हमलोगों को प्रशासन जबरदस्ती अस्पताल ले जाता है, तो हमलोग आत्मदाह करेंगे. परबत्ती में शराब बंदी के लिए सात दिनों से आमरण अनशन पर बैठी महिलाओं से भागलपुर के विधायक अश्विनी कुमार चौबे मिलने पहुंचे थे. उन्होंने महिलाओं के आंदोलन को समर्थन दिया और कहा कि इसके लिए प्रशासन से बात करेंगे. विधायक के जाने के बाद लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि अब हमलोग मरने मिटने के लिए तैयार है. यदि प्रशासन जल्द कोई निर्णय नहीं करता है, तो यहां के लोग जोरदार आंदोलन करेंगे.
अनशनकारियों की मांगों को 24 घंटे में करें पूरा
परबत्ती में शराब दुकान के खिलाफ महिलाओं के अनशन पर बैठने के मुद्दे पर विधायक अश्विनी चौबे ने जिलाधिकारी से दूरभाष पर बात की. उन्होंने कहा कि 24 घंटे के अंदर उनकी मांगों को पूरा करें और समस्या का निदान करें. श्री चौबे ने अनशनकारियों से मिल कर उनसे बात की और उन्हें कहा कि आपकी मांग जायज है. शहर में दर्जनों ऐसे स्थान हैं जहां शिक्षण संस्थानों व धार्मिक स्थलों के करीब ही शराब की दुकानें हैं. इसे वहां से हटाना चाहिए. सीएस को भी फोन पर अनशनकारियों को बेहतर मेडिकल सुविधा देने को कहा.