गोल टैलेंट सर्च से संवारें अपना भवष्यि
गोल टैलेंट सर्च से संवारें अपना भविष्य जीटीएसइ (गोल टैलेंट सर्च एग्जाम) अर्थात गोल प्रतिभा खोज परीक्षा एक बार फिर से छात्रों के बीच एक अवसर के रूप में आया है. इसके जरिये बच्चे अपने सुनहरे ख्वाबों की ताबीर गढ़ सकते हैं. उक्त जानकारी गोल इंस्टीच्यूट की डायरेक्टर ममता सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि […]
गोल टैलेंट सर्च से संवारें अपना भविष्य जीटीएसइ (गोल टैलेंट सर्च एग्जाम) अर्थात गोल प्रतिभा खोज परीक्षा एक बार फिर से छात्रों के बीच एक अवसर के रूप में आया है. इसके जरिये बच्चे अपने सुनहरे ख्वाबों की ताबीर गढ़ सकते हैं. उक्त जानकारी गोल इंस्टीच्यूट की डायरेक्टर ममता सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि गोल इंस्टीच्यूट एवं प्रभात खबर के संयुक्त प्रयास से चलाये जा रहे इस कार्यक्रम के जरिये छात्रों को अपनी प्रतिभा काे जांचने-परखने का अवसर मिलरहा है. इस परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्र www.gtse.in पर जाकर भुगतान एवं आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा नजदीकी बुक स्टॉल से भी फॉर्म ले सकते हैं. फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 20 दिसंबर, परीक्षा की तिथि तीन जनवरी और मुख्य परीक्षा की तिथि 17 जनवरी है. छात्राओं को कोई असुविधा न हो, इसके लिए हर जिले में परीक्षा केंद्र बनाया गया है. इसके बावजूद अगर किसी छात्र-छात्राओं को किसी बात की जानकारी या फिर असुविधा हो तो वे 9608351980, 9546150791, 7564902204 पर संपर्क कर सकते हैं. ममता सिंह बताती हैं कि जीटीएसइ गोल इंस्टीच्यूट द्वारा बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ एवं पश्चिम बंगाल के विभिन्न विद्यालयों में पढ़ रहे छात्रों के बीच उनके कंपटीशन एवं कॅरियर को लेकर जागरूकता फैलाया जा रहा है. इसके पहले के पांच सालों में जीटीएसइ के अनुभव को साझा करते हुुए ममता सिंह बताती हैं कि पिछले पांच साल में जीटीएसइ द्वारा करीब एक लाख बच्चों लाभान्वित हुए हैं. चयनित एवं पुरस्कृत कई छात्रों ने मेडिकल, इंजीनियरिंग एवं अन्य उच्चस्तरीय प्रतियोगिता में अपनी सफलता का परचम लहराया है. ममता सिंह बताती हैं कि इस साल इंस्टीच्यूट ने कक्षा आठ, नौ, दस, 11 एवं 12 के साथ-साथ सात के भी छात्रों को शामिल किया है. जिससे उन्हें भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन का अवसर प्राप्त हो सके. इस साल संस्थान छात्रों के साथ-साथ उन शिक्षकों को भी सम्मानित करेगा जिसके छात्र प्रतियोगिता में अव्वल रहेंगे. इसलिए छात्र परीक्षा आवेदन पत्र भरते समय अपने शिक्षक का नाम भर सकते हैं. जीटीएसइ की टीम बड़े शहरों के साथ-साथ शहर, कस्बे और गांवों के बच्चों तक अपना संदेश फैला रहा है. प्रयास होगा कि अधिकाधिक छात्र जीटीएसइ का लाभ प्राप्त कर सकें. ममता सिंह बताती है कि देखा गया है कि दसवीं तक के छात्रों में कंपटीशन की भावना कम होती है. हमारी टीम इस दिशा में सकारात्मक शुरूआत करते हुए छात्रों को उचित दिशा-निर्देश देने एवं टेक्निकल ट्रेनिंग के तहत आत्मविश्वास बढ़ाने का प्रयास कर रही है. हम छात्रों से कहना चाहेंगे कि वे आत्मविश्वास के साथ सही समय से उचित मार्गदर्शन में तैयारी करें.