टीएमबीयू. वीसी सर, मेरी सुनिये, अब दौड़ा नहीं जाता

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग की सच्चाई से रूबरू होना हो, तो कहीं और जाने की जरूरत नहीं. परीक्षा विभाग के गेट पर प्रतिदिन जुट रही छात्रों की भीड़ इस बात की गवाही देती है कि सात जिले में फैले विश्वविद्यालय के कॉलेजों में पढ़नेवाले छात्र किस तरह परेशान हैं. छात्रों के पेडिंग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2015 9:21 AM
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग की सच्चाई से रूबरू होना हो, तो कहीं और जाने की जरूरत नहीं. परीक्षा विभाग के गेट पर प्रतिदिन जुट रही छात्रों की भीड़ इस बात की गवाही देती है कि सात जिले में फैले विश्वविद्यालय के कॉलेजों में पढ़नेवाले छात्र किस तरह परेशान हैं. छात्रों के पेडिंग रिजल्ट से परीक्षा विभाग भरा है.

इसके अलावा कई अन्य कार्य परीक्षा विभाग समय पर निबटाता नहीं है. छात्रों को काम हो जाने की तिथि बतायी तो जाती है, लेकिन विरले ऐसे सौभाग्यशाली छात्र मिलेंगे, जिनका काम नियत समय पर हो जाये. कोई पांच बार दौड़ चुके होते हैं, तो कोई महीनों से चक्कर लगा रहे हैं. छात्रों का दर्द इस बात से महसूस किया जा सकता है कि कोई मुंगेर से दौड़ रहे होते हैं, तो कोई लखीसराय व खगड़िया से.

हर छात्र कुलपति से ही तो नहीं मिलेगा :कुछ ऐसे छात्र भी आ रहे है, जो पिछले एक साल से परीक्षा विभाग का चक्कर लगा कर थक गये हैं, लेकिन उन्हें अबतक अंक पत्र नहीं मिल पाया है. बुधवार को परीक्षा विभाग के बाहर मुंगेर, कहलगांव, बांका, खगड़िया, भागलपुर के अलग-अलग क्षेत्रों से पेंडिंग रिजल्ट सुधार करवाने और अन्य लंबित कार्य निबटवाने के लिए दर्जनों छात्र पहुंचे थे. काम नहीं होने से वह मायूस थे. छात्रों ने बताया कि परीक्षा विभाग का दौड़ लगा कर थक गये हैं, लेकिन उनका सुनने वाला कोई नहीं है. जिसकी पहुंच होती है, उसका काम यहां जल्द होता है. छात्रों का यह भी कहना था कि हर छात्र कुलपति से सीधे मिलने तो जा नहीं सकता. उन्हें संकोच होता है और डर भी लगता है कि सीधे-सीधे कुलपति से कैसे मिलें.
प्रतिवर्ष लगभग 1.30 लाख छात्रों की परीक्षा होती है. दूसरी ओर हर साल कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के कारण मैन पावर घटता जा रहा है. लिहाजा काम का बोझ बढ़ता जा रहा है. बावजूद 30 से 40 डिग्री हर दिन साइन हो रही है. लगातार काम हो रहा है. छात्रों के प्रतिदिन 50 आवेदन आ रहे हैं, तो उनका निष्पादन भी हो रहा है. इसके लिए प्रतिकुलपति परीक्षा विभाग पर लगातार नजर बनाये हुए हैं.
प्रो रमा शंकर दुबे, कुलपति, टीएमबीयू

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