भागलपुर: पक्कीसराय से रमजानीपुर जानेवाली 13 किमी लंबे एनएच के निर्माण कार्य की तय अवधि समाप्त हुए साढ़े तीन साल बीत गया है, लेकिन अब तक कार्य शुरू भी नहीं हो सका है.अधिकारियों का कहना है कि रि-टेंडर किया गया है.
फाइल को अब तक मंत्रलय से स्वीकृति नहीं मिली है. स्वीकृति मिलने के बाद ही निर्माण का कार्य संभव हो सकेगा. सड़क निर्माण कार्य बजरंग कंस्ट्रक्शन को सौंपा गया है. इसके निर्माण कार्य पर विभाग को 9.27 करोड़ खर्च करना है. विभाग को सड़क बनाने का काम वर्ष 2009 के 18 जून से ही शुरू करने के एक साल बाद यानी, वर्ष 2010 के 17 जून तक में पूरा कर लेना था. दूसरी ओर रमजानीपुर से पीरपैंती के बीच करीब 14 किमी लंबे मार्ग की भी अवधि समाप्त हुए चार माह बीत चुका है.
अब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है.विभाग को सड़क निर्माण पर करीब 8.60 करोड़ रुपये खर्च करना है. कार्य एस एंड पी इंफ्रास्ट्रर को मिला है. अधिकारियों ने बताया कि स्टीमेट रिवाइज होना है. इसलिए निर्माण कार्य रुका है. जबकि कार्य की उपलब्धता पर ठेकेदार को करीब छह करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. उन्होंने बताया कि ठेकेदार से कहा गया है कि जल्द ही स्टीमेट रिवाइज होकर आ जायेगा, लेकिन इससे पहले कम से कम गड्ढों को भर कर सड़क को चलने लायक बनाने का काम शुरू करे.
छह माह बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं : शहर की लाइफ लाइन कहलाने वाली अकबरनगर से घोरघट जानेवाली 20 किमी लंबी एनएच सड़क को बनाने का काम ठेकेदार को सौंपे छह माह बीत चुका है, लेकिन अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है. ठेकेदार रोज टालमटोल कर रहा है. निर्माण का कार्य बाबा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को मिला है. दिलचस्प बात यह है कि इसी ठेकेदार को बाबूपुर मोड़ से पक्की सराय के बीच करीब 17 किमी लंबी सड़क के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी मिली है. इस मार्ग पर भी दो किमी से अधिक कालीकरण का काम नहीं हो सका है. मार्ग के निर्माण पर 6.06 करोड़ खर्च किया जाना है, लेकिन कार्य पूर्ण होने की तिथि समाप्त हो गयी है. विभाग को गुरुवार को ही सड़क निर्माण का कार्य पूरा करना था. उधर, अकबरनगर से घोरघट जानेवाली सड़क के निर्माण कार्य पर विभाग को 8.48 करोड़ रुपये खर्च करना है. निर्माण कार्य के लिए अब विभाग के पास करीब 10 माह ही बचा है.