20 दिसंबर के बाद इतिहास बन जायेगी 10 वर्षीय एनएससी

20 दिसंबर के बाद इतिहास बन जायेगी 10 वर्षीय एनएससी डाक विभाग : ग्राहकों का बेहतर रिस्पांस नहीं मिलने से योजना बंद करने का लिया निर्णय संवाददाता, भागलपुर डाकघरों से अब 10 साल का राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) नहीं मिलेगा. डाक विभाग ने इस योजना को 20 दिसंबर से बंद करने का निर्णय लिया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2015 9:10 PM

20 दिसंबर के बाद इतिहास बन जायेगी 10 वर्षीय एनएससी डाक विभाग : ग्राहकों का बेहतर रिस्पांस नहीं मिलने से योजना बंद करने का लिया निर्णय संवाददाता, भागलपुर डाकघरों से अब 10 साल का राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) नहीं मिलेगा. डाक विभाग ने इस योजना को 20 दिसंबर से बंद करने का निर्णय लिया है. डाक विभाग की मानें तो योजना को बंद करने के पीछे ग्राहकों का बेहतर रिस्पांस नहीं मिलना है. दरअसल इस योजना के तहत ग्राहकों को 10 साल में तय रकम की सवा दो गुना राशि मिलती है, जबकि किसान विकास पत्र में आठ साल चार महीने में ही राशि का दोगुना भुगतान ग्राहकों को मिल जाता है. खास बात यह है कि जहां एनएससी में रकम 10 साल के लिए ब्लाक हो जाती है, वहीं किसान विकास पत्र में यह अवधि ढाई साल की है. इधर, पांच साल की एनएससी कम अवधि के लिए है, इसलिए इसे चालू रखा जायेगा. वहीं जिस ग्राहक ने पहले से 10 साल की एनएससी खरीदी है, उन्हें फिक्र करने की जरूरत नहीं है. उनको एनएससी परिपक्व होने पर भुगतान किया जायेगा.गुपचुप तरीके से बंद हो गया मनीऑर्डर डाक विभाग ने डेढ़ सौ साल से चली आ रही पुरानी सेवा मनी ऑर्डर को गुपचुप तरीके से बंद कर दिया है. यह सेवा अप्रैल 2015 से ही बंद है. हालांकि डाकघर ने ग्राहकों के लिए मनी आर्डर की जगह इ-मनी आर्डर सेवा शुरू की है. डाकघर से 20 दिसंबर से 10 साल का राष्ट्रीय बचत पत्र की बिक्री बंद हो जायेगी. किसान विकास पत्र में आठ साल चार माह में राशि दोगुनी होने के कारण एनएससी को ग्राहकों का बेहतर रिस्पांस नहीं मिल रहा था. इस कारण इस योजना को बंद करने का निर्णय लिया गया है. डीके झा, डाक अधीक्षक, भागलपुर

Next Article

Exit mobile version