भागलपुर: बरारी ओपी के 21 यूडी (अप्राकृतिक मौत) केसों में आइओ (अनुसंधानक) कौन है, इसका थाने में कोई रिकार्ड नहीं है. सारे मामले 2005 के हैं. आइओ का पता नहीं रहने से सभी (21) मामले आठ सालों से लंबित पड़े हैं. कोतवाली अंचल के निरीक्षण के दौरान डीआइजी ने पुलिस अफसरों की इस गड़बड़ी को पकड़ा. अपनी निरीक्षण टिप्पणी में डीआइजी ने कहा है कि इन केसों में किसी अनुसंधानक का नाम स्पष्ट नहीं है, इसलिए कोतवाली इंस्पेक्टर को निर्देश दिया है कि यूडी केसों से संबंधित कांडों को प्राथमिकता के आधार पर त्वरित निष्पादित कराये. यूडी कांडों में जिन आइओ द्वारा लापरवाही या शिथिलता बरती जा रही है, उनके विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन एसएसपी को भेजें. कई यूडी केसों के आइओ बदल कर दूसरे जिले में चले गये हैं. वैसे केसों में कांड दैनिकी नहीं दी गयी है.
इन केसों का होगा नये सिरे से अनुसंधान : डीआइजी ने कहा है कि कोतवाली थाना यूडी कांड संख्या- 01/05, 02/05, 03/05, 04/05, 05/05, 06/05, 08/05, 10/05, 11/05, 12/05, 13/05, 14/05 से लेकर 23/05 तक में आइओ का पता नहीं चल पा रहा है. इसलिए कोतवाली इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष इन सभी मामलों का नये सिरे से अनुसंधान शुरू करें.