शक्षिा नीति के प्रति छात्र बढ़ाये अपनी जानकारी

शिक्षा नीति के प्रति छात्र बढ़ाये अपनी जानकारी – टीटी कॉलेज में शिक्षा की दिशा, दशा पर कार्यशाला संवाददाता, भागलपुरटीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज घंटाघर में महाविद्यालय व अजीम प्रेमजी फाउंडेशन फॉर डेवलपमेंट के बैनर तले शनिवार को नयी शिक्षा नीति 2015 में प्रस्तावित शिक्षा की दिशा, दशा और दृष्टिकोण को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला हुई. विवि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2015 11:17 PM

शिक्षा नीति के प्रति छात्र बढ़ाये अपनी जानकारी – टीटी कॉलेज में शिक्षा की दिशा, दशा पर कार्यशाला संवाददाता, भागलपुरटीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज घंटाघर में महाविद्यालय व अजीम प्रेमजी फाउंडेशन फॉर डेवलपमेंट के बैनर तले शनिवार को नयी शिक्षा नीति 2015 में प्रस्तावित शिक्षा की दिशा, दशा और दृष्टिकोण को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला हुई. विवि के शिक्षा संकायाध्यक्ष डॉ राकेश कुमार ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि प्रतिभागी अपने अनुभव के आधार पर शिक्षा नीति की चर्चा को समृद्ध करें, ताकि जब यह नीति लागू हो तो इसके कार्यान्वयन से जमीनी स्तर पर बदलाव की उम्मीद की जा सकें. राष्ट्रीय स्तर पर किये जा रहे इस प्रयास में समाज के हर तबके की शैक्षिक समझ,अपेक्षाएं और चिंतन जुड़ सकें.फाउंडेशन के राज्य प्रमुख डॉ फाल्गुनी सारंगी ने कहा कि हर बार यह उम्मीद पाली जाती है कि शिक्षा नीति इस रूप में लचीली और असरदार होगी. ग्रामीण भारत में अल्प संसाधनों एवं सीमित पहुंच के दायरे में जीवन गुजार रही प्रतिभाओं को अपेक्षाओं को अपने सरोकारों से रू-ब-रू करा पायेगी. यह भी उम्मीद की जाती है कि ऐसा शिक्षा नीति, जिसका मकसद एक सामान्य से आदमी की शिक्षा तक आसान और अधिकतम पहुंच पर ध्यान दिया जायेगा. मौके पर डॉ महेंद्र रजक, डॉ अमलेंदु कुमार आचार्या, अवधेश कुमार, दीक्षित, शमीमा रहबरी, मिथलेश कुमार चौधरी, डॉ नरेंद्र दत्त पांडे, अनामिका सिंह आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन पल्लव कुमार ने की. इन बिंदु पर विस्तार से हुई चर्चा – विद्यालय में ठहराव और समानता की शिक्षा- समान शिक्षा के अवसर और समावेशी शिक्षा प्रणाली- गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के मायने और इसकी फलीभूत करने वाले कारक- अध्यापक शिक्षा का संवद्धन और शिक्षक निर्माण के अवसर और चुनौती

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