विधायक से विवाद मामले में डीएसपी को क्लीन चिट !

विधायक से विवाद मामले में डीएसपी को क्लीन चिट !गोपालपुर विधायक और मुख्यालय डीएसपी के बीच हुए विवाद पर पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग को रिपोर्ट सौंपीसूत्रों की मानें तो रिपोर्ट में डीएसपी को क्लीन चिटविधायक समर्थकों से भी अनजाने में हुई गलती की बात 23 नवंबर की रात विक्रमशिला पुल पर डीएसपी व विधायक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2015 7:40 PM

विधायक से विवाद मामले में डीएसपी को क्लीन चिट !गोपालपुर विधायक और मुख्यालय डीएसपी के बीच हुए विवाद पर पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग को रिपोर्ट सौंपीसूत्रों की मानें तो रिपोर्ट में डीएसपी को क्लीन चिटविधायक समर्थकों से भी अनजाने में हुई गलती की बात 23 नवंबर की रात विक्रमशिला पुल पर डीएसपी व विधायक समर्थकों में हुई थी कहासुनी डीजीपी ने कहा, रिपोर्ट होम डिपार्टमेंट के पास, फैसला सरकार लेगी अमित चौधरी, भागलपुरविक्रमशिला पुल पर 23 नवंबर की रात जाम हटाने के दौरान गोपालपुर विधायक गोपाल मंडल के समर्थकों और डीएसपी मुख्यालय रामकृष्ण गुप्ता के बीच हुई तनातनी और उसके बाद विधायक और डीएसपी के बीच हुए तनाव मामले की जांच रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग को सौंप दी है. राज्य के डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा कि अब इस रिपोर्ट पर फैसला सरकार को करना है. विश्वस्त सूत्रों की मानें तो रिपोर्ट में डीएसपी मुख्यालय को क्लीन चिट दे दी गयी है. इससे इतना तय लग रहा है कि इस मामले डीएसपी को किसी तरह की विभागीय कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ेगा. एडीजी मुख्यालय ने मामले की जांच कीगोपालपुर विधायक और डीएसपी मुख्यालय के बीच हुआ विवाद इतना चर्चित हो गया कि पुलिस मुख्यालय ने एडीजी मुख्यालय सुनील कुमार को इस मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का जिम्मा सौंपा गया. एडीजी मामले की जांच के लिए 28 नवंबर को भागलपुर जोनल आइजी ऑफिस पहुंचे. उन्होंने विधायक के उन समर्थकों से बात की जो 23 नवंबर की रात डीएसपी के साथ हुए विवाद में शामिल थे. डीएसपी मुख्यालय को अपना पक्ष रखने के लिए मुख्यालय ही बुला लिया गया था. मामले की जांच कर एडीजी ने रिपोर्ट डीजीपी को सौंप दी जिसे गृह विभाग को भेज दिया गया. क्या है मामला विक्रमशिला पुल पर 23 नवंबर की देर रात डीएसपी मुख्यालय और जिले यातायात प्रभारी रामकृष्ण गुप्ता जाम हटा हटा रहे थे. उसी दौरान उन्होंने एक गाड़ी को बैक करने के लिए कहा जिस पर गोपालपुर के विधायक गोपाल मंडल के समर्थक बैठे थे. गाड़ी बैक करने के लिए कहने पर गाड़ी पर सवार पांच लोग बाहर निकल आये और हंगामा करने लगे. डीएसपी का कहना है कि उन लोगों ने उनके साथ धक्कामुक्की की, उनपर गाड़ी का बंपर फेंकने की कोशिश की और उन्हें नदी में फेंकने की कोशिश की. डीएसपी ने जीरोमाइल और बरारी थाना को खबर की. पुलिस ने गाड़ी पर सवार पांच में से दो लोगों को पकड़ लिया, जबकि तीन भागने में सफल रहे. अगले दिन सुबह ही गोपालपुर विधायक गोपाल मंडल बरारी थाना पहुंच गये और अपने समर्थकों को हाजत से निकालने पर अड़ गये. विधायक और डीएसपी सिटी एसपी के कार्यालय में मिले जहां दोनों के बीच बहस भी हुई. डीएसपी का कहना है कि विधायक ने उन्हें यहां नहीं रहने देने की धमकी भी दी. डीएसपी के अंगरक्षक के बयान पर बरारी थाना में केस भी दर्ज हुआ पर विधायक के दोनों समर्थकों को छोड़ दिया गया. वर्जनमामले की जांच एडीजी मुख्यालय ने कर ली है और रिपोर्ट गृह विभाग को सौंप दी गयी है. गोपनीय रिपोर्ट है, इसलिए इस पर मैं अभी कुछ नहीं कह सकता. रिपोर्ट पर फैसला सरकार को करना है. जब कुछ फैसला हो जायेगा तो मैं जरूर बता दूंगा.- पीके ठाकुर, डीजीपी बिहार इस मामले को अभी तक दबाने की कोशिश हो रही है. मैं इसे दबने नहीं दूंगा. बुधवार को मैं डीजीपी से फिर बात करूंगा. इस मुद्दे पर सीएम से अभी तक कुछ बात नहीं हो पायी है.- गोपाल मंडल, विधायक गोपालपुर

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