एमएस इंटरप्राइजेज पर छापा, 16 दवाई के बेचने पर लगायी रोक
एमएस इंटरप्राइजेज पर छापा, 16 दवाई के बेचने पर लगायी रोक- शुक्रवार को मुंदीचक के एमएस इंटरप्राइजेज पर बोला धावा- दूसरी टीम ने नवगछिया के बिहार मेडिकल का किया निरीक्षण संवाददाता, भागलपुर ड्रग इंस्पेक्टर की टीम ने शुक्रवार को मुंदीचक स्थित होलसेल व खुदरा दवा विक्रेता एमएस इंटरप्राइजेज पर धावा बोला. करीब तीन घंटे चले […]
एमएस इंटरप्राइजेज पर छापा, 16 दवाई के बेचने पर लगायी रोक- शुक्रवार को मुंदीचक के एमएस इंटरप्राइजेज पर बोला धावा- दूसरी टीम ने नवगछिया के बिहार मेडिकल का किया निरीक्षण संवाददाता, भागलपुर ड्रग इंस्पेक्टर की टीम ने शुक्रवार को मुंदीचक स्थित होलसेल व खुदरा दवा विक्रेता एमएस इंटरप्राइजेज पर धावा बोला. करीब तीन घंटे चले दवा निरीक्षण में 22 प्रकार की दवाओं की जांच की गयी. जांच में 16 प्रकार की दवा की परचेज बिल दुकानदार नहीं दिखा पाये. जांच टीम ने बिना बिल के बेची जा रही सभी 16 प्रकार की दवाओं पर तत्काल प्रभाव से बेचने पर रोक लगा दी है. ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि जांच के दौरान दुकान का लाइसेंस नंबर भी नहीं मिला. इसके अलावा केश मेमो में भी त्रुटि पायी गयी है और केश मेमो अपडेट नहीं था. दवाओं पर धूल जमी थी. कुछ दवा जैसे ओक्सिटॉक्सिन और डायलोना दवा मिली, जिस दवा की दुरुपयोग बहुत ज्यादा होता है. इसके अलावा पांच संदिग्ध दवा का सैंपल भी उठाया गया. संदिग्ध दवा में स्प्रिट, फ्रैक्टोज, पेरेंटल के दो वैक्सीन आदि प्रमुख हैं. ड्रग इंस्पेक्टर की टीम में शशि रंजन, धमेंद्र कुमार, प्रमोद कुमार के साथ दंडाधिकारी सुरेंद्र प्रसाद सिंह व पुलिस बल भी शामिल थे. नवगछिया के बिहार मेडिकल पर भी धावा दूसरी ओर, शुक्रवार को ड्रग इंस्पेक्टर की दूसरी टीम ने नवगछिया के बिहार मेडिकल का भी निरीक्षण किया. जांच टीम के साथ दंडाधिकारी के रूप में नवगछिया बीडीओ राजीव रंजन और पुलिस बल भी तैनात थे. टीम ने 38 प्रकार की दवाओं की जांच की, जिसमें 20 प्रकार की दवा में बिक्री बिल नहीं मिला. ड्रग इंस्पेक्टर ने कहा कि तत्काल प्रभाव से सभी 20 दवाओं के सेल पर रोक लगा दी है. वहीं पांच प्रकार के संदिग्ध दवाओं का सैंपल उठाया गया, जिसे जांच के लिए भेजा जायेगा. जांच टीम में ड्रग इंस्पेक्टर आमोद कुमार, राजेंद्र कुमार और दयानंद प्रसाद सिंह शामिल थे.