भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग की ओर से बुधवार को रेड रिबन क्लब की कार्यशाला एसएम कॉलेज में हुई. कार्यशाला में लगभग 22 कॉलेजों के एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी शामिल हुए. कार्यशाला का उद्देश्य कार्यक्रम पदाधिकारी को यह बताना था कि वे अपने कॉलेजों में छात्र-छात्राओं को एड्स के प्रति जागरूक करें, ताकि वे समाज में इसकी जागरूकता फैला सके. कार्यशाला में जानकारी दी गयी कि सभी कॉलेजों को एड्स जागरूकता को लेकर 65 सौ रुपये दिया जायेगा. कुलपति डॉ एनके वर्मा ने कहा कि कॉलेज के छात्रों को एड्स के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें एड्स से बचाव के तरीके समाज में बताने के लिए प्रति प्रेरित करें. प्रतिकुलपति डॉ एनके सिन्हा ने कहा कि एड्स की चपेट में अधिकतर युवा वर्ग ही आते हैं.
लिहाजा युवाओं को जागरूक करना बहुत जरूरी है. डीएसडब्ल्यू डॉ गुरुदेव पोद्दार ने कहा कि कार्यशाला एड्स के प्रति जागरूक करने के लिए आयोजित की गयी है. एड्स के प्रति लोगों के मन में जो भ्रांति है, उसे दूर करें और एड्स पीड़ितों से नफरत नहीं करें. मौके पर एसएम कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ उषा कुमारी, कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ मधुलिका रानी, डॉ अशोक कु. झा, डॉ दीपू महतो, डॉ भवानी कुमारी, डॉ सीता भगत, डॉ चंद्रलोक भारती,दीपक कुमार, नंद किशोर ठाकुर, सोफिया खानम आदि मौजूद थी.
विश्वविद्यालय प्रवक्ता डॉ इकबाल अहमद ने कहा कि खून में कई तरह के अवयव होते हैं. सभी अवयवों को अलग-अलग कर दिया जाये, तो इसका इस्तेमाल हम कई बीमारियों में कर सकते हैं. हमारे यहां सुविधा का अभाव है. इस कारण किसी भी बीमारी में ब्लड चढ़ा कर बाकी अवयवों (जिसकी जरूरत नहीं है) को बरबाद कर देते हैं. चिकित्सक डॉ मणिका रानी ने एड्स से बचाव, इतिहास, लक्षण, उपाय आदि की जानकारी प्रोजेक्टर के जरिये दी. एनएसएस समन्वयक डॉ जयप्रकाश नारायण ने भी संबोधित किया.