शराबबंदी के लिए निकला था परबत्ती की महिलाओं का काफिला

शराबबंदी के लिए निकला था परबत्ती की महिलाओं का काफिला-तत्कालीन नगर विधायक अश्विनी चौबे व डिप्टी मेयर डॉ प्रीति शेखर ने कराया था आंदोलन समाप्त -शराब है खराबसंवाददाता,भागलपुर बिहार सरकार पूरे प्रदेश में शराब बंदी की घोषणा कर रही है. तब परबत्ती में शराब बंदी को लेकर हुए आंदोलन की याद शहरवासियों के बीच ताजा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2015 9:36 PM

शराबबंदी के लिए निकला था परबत्ती की महिलाओं का काफिला-तत्कालीन नगर विधायक अश्विनी चौबे व डिप्टी मेयर डॉ प्रीति शेखर ने कराया था आंदोलन समाप्त -शराब है खराबसंवाददाता,भागलपुर बिहार सरकार पूरे प्रदेश में शराब बंदी की घोषणा कर रही है. तब परबत्ती में शराब बंदी को लेकर हुए आंदोलन की याद शहरवासियों के बीच ताजा हो रही है. छह वर्ष पहले परबत्ती में शुरू हुए आंदोलन में महिलाओं का बड़ा काफिला शामिल हुआ था और शराब दुकान बंद कराने तक जारी था. आंदोलन को उग्र होते देख तत्कालीन विधायक अश्विनी चौबे व डिप्टी मेयर को आगे आना पड़ा था और शराब की दुकान बंद करने की पहल करनी पड़ी थी. संजय दास ने डाली थी आंदोलन की नींव, प्रमिला ने किया नेतृत्वछह वर्ष पहले संजय कुमार दास ने शराब बंदी आंदोलन की शुरुआत की. उनसे प्रमिला देवी जुड़ी और फिर एक के बाद एक 250 से अधिक महिलाएं जुड़ गयी. छह वर्ष के दौरान लगातार तीन बार आंदोलन हुए, जिससे परबत्ती क्षेत्र की अधिकतर शराब दुकानें बंद हो गयी. प्रमिला देवी को लोग शराब बंदी आंदोलन का नेतृत्व करने वाली महिला के रूप में जानने लगे. अब यहां पर सामाजिक स्तर पर कोई भी कार्यक्रम हो, उसमें महिलाओं का नेतृत्व प्रमिला देवी को ही मिलता है.एकजुट हुआ समाज व मूलभूत सुविधाओं की मांग करायी पूरी कलाली गली के नाम से जाना जाने वाला लब्बू पासी लेन स्थित खराब सड़क का निर्माण कराया गया. इस क्षेत्र में भी लोगों के आपसी विवाद की घटनाएं नहीं होती. दो वर्षों में पानी या बिजली को लेकर पूरा परबत्ती समाज एकजुट हुआ और मांग पूरी होने तक डटे रहा. सामाजिक कार्यकर्ता रंजीत मंडल बताते हैं कि यदि यहां के लोगों के बीच एकता बनी रही, तो कॉलेज व विश्वविद्यालय के समीप स्थित मुहल्ला एक दिन वीआइपी बन जायेगा और यहां पर मूलभूत सुविधाएं तो बढ़ेगी ही, लोगों का जीवन स्तर भी बढ़ जायेगा.

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