बनेगा 50 बेड का कार्डिएक वार्ड

भागलपुर: जेएलएनएमसीएच में हृदय रोगियों के लिए 50 बेड का अलग से वार्ड बनाया जायेगा. इसके लिए आउट सोर्स पर काम करने वाले सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल से जुड़े लोगों से संपर्क किया गया है. उक्त बातें बुधवार को परिसदन में संवाददाता सम्मेलन में स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कही. इसके पूर्व मंत्री ने जेएलएनएमसीएच में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:37 PM

भागलपुर: जेएलएनएमसीएच में हृदय रोगियों के लिए 50 बेड का अलग से वार्ड बनाया जायेगा. इसके लिए आउट सोर्स पर काम करने वाले सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल से जुड़े लोगों से संपर्क किया गया है. उक्त बातें बुधवार को परिसदन में संवाददाता सम्मेलन में स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कही. इसके पूर्व मंत्री ने जेएलएनएमसीएच में प्रमंडलीय आयुक्त मिन्हाज आलम, अधीक्षक व प्राचार्य सहित अन्य चिकित्सकों के साथ समीक्षा बैठक की. अस्पताल का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि पंद्रह से बीस दिनों के अंदर विशेषज्ञों द्वारा अस्पताल का निरीक्षण किया जायेगा.

इसके बाद तीन से चार माह के बीच कार्य शुरू कर दिया जायेगा. जिनके साथ एमओयू होगा उनकी ही जिम्मेदारी होगी वार्ड में उपकरण सहित अन्य चीजों को लगाने की. आइसीयू के लिए इमरजेंसी के दूसरे तल्ले का चयन किया गया है. साथ ही यहां के चिकित्सकों को भी हर्ट के इलाज का प्रशिक्षण देश के बड़े अस्पतालों में दिलाया जायेगा.

बिजली कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे जल्द से जल्द बिजली का कनेक्शन दें ताकि 24 घंटे बिजली की सुविधा अस्पताल में हो. इस मौके पर प्राचार्य डॉ अजरुन कुमार सिंह, अधीक्षक डॉ विनोद प्रसाद, भाजपा जिलाध्यक्ष नभय कुमार चौधरी, मेला विकास प्राधिकार के सदस्य अरुण कुमार सिंह भी मौजूद थे.

विजन 2038 को लेकर राज्य के सभी अस्पतालों में बढ़ेगी सुविधा
राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में विजन 2038 (अगले 25 सालों में अस्पतालों की क्या स्थिति होगी) डॉक्यूमेंट बनाने का निर्देश दिया गया है. इसकी शुरुआत भागलपुर से की गयी है. 14 करोड़ की लागत से अस्पताल में इंडोर के ऊपर एक फ्लोर बनाया जायेगा. इमरजेंसी के ऊपर भी एक रैम्प (प्लेन सीढ़ी) बनेगा. इमरजेंसी के खाली पड़े कमरे, स्टोर सहित अन्य कमरों को खोल कर दस से बीस बेड लगाने को कहा गया है. फस्ट फ्लोर पर मानसिक रोग विभाग एवं कैदी वार्ड के बगल में भी अलग से बेड लगायी जायेगी.

ब्लड बैंक में 24 घंटे बिजली की व्यवस्था हो
ब्लड बैंक का निरीक्षण करने के बाद मंत्री को कई शिकायतें मिली. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि 24 घंटे बिजली के लिए अस्पताल के जेनेरेटर से कनेक्शन कराएं. रक्तदान करनेवालों के लिए बेड की व्यवस्था की जायेगी. चिकित्सक के लिए बाथरुम की व्यवस्था करें. टेक्नीशियन की कमी के लिए कमिश्नर को कहा गया है कि तत्काल व्यवस्था के तहत लोकल स्तर पर गायनी, ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी, फिजियोथेरेपिस्ट की व्यवस्था करें.आउट सोर्स से रिटायर्ड फिजियोथेरेपिस्ट, ओटी असिस्टेंट, एक्सरे टेक्नीशियन का साक्षात्कार लेकर कमी को पूरा करें. इसका पैसा रोगी कल्याण समिति से दिया जाये.

तीन घंटे में एक्सरे की ड्यूटी नहीं चलेगी
तीन घंटे ही रेडियोलॉजी विभाग में चिकित्सक रहते हैं ऐसा नहीं चलेगा. 12 घंटे के अंदर ही एक्सरे व अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट मरीजों को दें. 24 से 48 घंटे में रिपोर्ट देने की शिकायत मिली है. दो रेजिडेंट व एक असिस्टेंट चिकित्सक रोज दो घंटे आएं और सेम डे रिपोर्ट दें. इसकी मॉनीटरिंग करने के लिए कमिश्नर को कहा गया साथ ही कहा गया कि 15 दिनों के अंदर इस व्यवस्था का लागू कराएं.

जीएनएम स्कूल में पढ़ाई होगी शुरू
जीएनएम स्कूल में पिछले तीन साल से नामांकन नहीं हो रहा है. साल भर में टीचरों की कमी सहित अन्य चीजों को पूरा कर लिया गया है. अधीक्षक को निर्देश दिया गया कि नर्सिग काउंसिल एवं एमसीआइ में आवेदन देकर अगले बैच की पढ़ाई हर हाल में शुरू कराने का कार्य करें. नर्सिग स्कूल को कॉलेज का दर्जा दिला दिया गया है. अस्पताल में 65 वार्ड सिस्टर का पद है पर प्रोन्नति के कारण मामला लंबित है. 2014-15 में चार नर्स रिटायर कर जायेंगी. कई नर्स प्रमोशन के लायक हैं होने पर 25 से 30 नर्सो को वार्ड सिस्टर बना दिया जायेगा.

मंत्री का निर्देश : कमिश्नर को मंत्री ने निर्देश दिया कि इमरजेंसी के ऊपरी तल्ले पर रहने वाले सभी चिकित्सकों को पांच दिनों के अंदर खाली कराएं. सभी चिकित्सकों को उनके सरकारी आवास में शिफ्ट कराएं.

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