पार्षदों ने साक्ष्य प्रस्तुत करने का मांगा समय
भागलपुर: निगम के तीस से अधिक पार्षदों द्वारा नगर आयुक्त अवनीश कुमार सिंह पर लगाये गये 11 आरोपों की जांच कर रहे अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) डॉ श्यामल किशोर पाठक के समक्ष सोमवार को पार्षद एकता मंच के संयोजक पार्षद संजय कुमार सिन्हा कुछ पार्षदों के साथ उपस्थित हुए. संयोजक ने अपर समाहर्ता से समय […]
भागलपुर: निगम के तीस से अधिक पार्षदों द्वारा नगर आयुक्त अवनीश कुमार सिंह पर लगाये गये 11 आरोपों की जांच कर रहे अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) डॉ श्यामल किशोर पाठक के समक्ष सोमवार को पार्षद एकता मंच के संयोजक पार्षद संजय कुमार सिन्हा कुछ पार्षदों के साथ उपस्थित हुए.
संयोजक ने अपर समाहर्ता से समय के अभाव की दलील दी और साक्ष्य प्रस्तुत करने को लेकर समय मांगा. अपर समाहर्ता ने संयोजक को सभी 11 आरोप के साक्ष्य के साथ 11 जनवरी को उपस्थित होने को कहा. बता दें कि मार्च से ही पार्षदों और नगर आयुक्त के बीच खटपट शुरू हो गयी थी. नगर आयुक्त पर पार्षदों ने आरोप लगाया था कि वे पार्षदों का फोन नहीं उठाते हैं, कार्यालय जाने पर मिलते नहीं हैं और अपनी मन मर्जी से निगम को चला रहे हैं. आरोप लगाने वाले पार्षदों के पास लगभग पांच दिन पहले नोटिस आया था. इस मामले की जांच का निर्देश तत्कालीन डीएम डाॅ वीरेंद्र प्रसाद सिंह ने अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) को दिया था. विस चुनाव को लेकर मामले पर कोई कार्रवाई नहीं हो पायी थी.
मामला डीएम के पास, कुछ नहीं बोल सकता: मेयर
मेयर दीपक भुवानियां ने बताया कि यह मामला निगम के पार्षद व नगर आयुक्त के बीच का है. लेकिन मामले की जांच खुद डीएम कर रहे हैं, इस लिए हम कुछ नहीं बोल सकते हैं.
संयोजक ने लिया यू टर्न
उधर नगर आयुक्त पर गंभीर आरोेप लगाने वाले पार्षद एकता मंच के संयोजक ने यू टर्न लेते हुए कहा कि अब स्थिति-परिस्थितियां बदली हैं. नगर आयुक्त शुरू में निगम की कार्यशैली को समझ नहीं पा रहे थे. अब पार्षदों का फोन उठाते हैं, उनके साथ मिलते भी हैं. मार्च में जो स्थिति थी वह अब नहीं है. भागलपुर को स्मार्ट सिटी के शहर के रूप में चयन हो, इसमें नगर आयुक्त का बहुत बड़ा योगदान है. निगम के वार्ड में हो रहे विकास कार्य पर वे बराबर ध्यान देते हैं.