उसके बाद सभी अधिकारी निर्माण स्थल पर पहुंचे और अपनी मौजूदगी में कार्य को पुन: प्रारंभ कराया गया. अधिकारियों ने काम में लगे मजूदरों को भी आश्वस्त किया कि किसी प्रकार की परेशानी होने पर प्रशासन उनकी मदद के लिए तैयार है. हालांकि प्रशासन को आशंका थी कि शायद कार्य प्रारंभ करने के दौरान फिर से कोई बखेड़ा ना खड़ा हो जाये, इसलिए कार्य शुरू होने के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखी गयी थी.
लेकिन आशंका के विपरीत किसी भी प्रकार की ग्रामीण की गतिविधि नजर नहीं आयी. सीओ सत्यनारायण पासवान ने बताया कि प्रशासन की निगरानी में पुन: कार्य प्रारंभ कराया गया और आगे भी कार्य में व्यवधान ना हो, प्रशासन के द्वारा इसका ख्याल रखा जायेगा. वहीं निर्माण स्थल व बिरनौध चौक के आसपास अगले आदेश तक सुरक्षा बलों की तैनाती जारी रहेगी.
कई ग्रामीणों ने दबी जुबान से कहा कि पुलिस का कोई भरोसा नही कब किसे केस में फंसा दे. गांव के जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उसके घरवाले सबसे अधिक चिंतित थे. विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज किये जाने के बाद मंगलवार को किसी प्रकार का विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ और ना ही कोई ग्रामीण प्रशासन के नजदीक आये. हालांकि बिरनौध चौक पर पूर्व की भांति कई दुकानों को खोला गया था. एहतियातन बिरनौध व गोराडीह के आसपास चप्पे चप्पे पर पुलिस बलों की तैनाती की गयी थी. गोराडीह सीओ सत्यनारायण पासवान व थानाध्यक्ष विजयचंद्र शर्मा लगातार स्थिति पर नजर बनाये हुये थे. साथ ही वरीय अधिकारियों को भी स्थिति की जानकारी दी जा रही थी.