जिला प्रशासन बनवायेगा प्रमुख मंदिरों की चहारदीवारी

भागलपुर: जिले के प्राचीन मंदिरों सहित बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद से संबंधित मंदिर का कायाकल्प होगा. सरकार ने मंदिरों में आए दिन होेनेवाली चोरी व उसके आसपास अतिक्रमण से बचाव के लिए कदम उठाया है. बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद जिला प्रशासन को सूची भेजी जायेगी. जिलास्तरीय कमेटी सूची के आधार पर प्रस्तावित मंदिर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2015 7:20 AM
भागलपुर: जिले के प्राचीन मंदिरों सहित बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद से संबंधित मंदिर का कायाकल्प होगा. सरकार ने मंदिरों में आए दिन होेनेवाली चोरी व उसके आसपास अतिक्रमण से बचाव के लिए कदम उठाया है. बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद जिला प्रशासन को सूची भेजी जायेगी. जिलास्तरीय कमेटी सूची के आधार पर प्रस्तावित मंदिर की जमीन की पैमाइश करायेगी. चहारदीवारी के लिए दो करोड़ रुपये तक खर्च किये जायेंगे. मंदिर में आवाजाही के लिए निर्धारित प्रवेश द्वार बनाये जायेंगे.
ये मंदिर किये जायेंगे शामिल
मंदिर का निर्माण 60 वर्ष पहले हुआ हो या ऐसे मंदिर, जिसके निर्माण से पर्यटन बढ़ने की संभावना हो.
ऐसे मंदिर, जहां विधि व्यवस्था का मामला हो.
एेसे मंदिर, जिसका निबंधन बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद से हुआ हो.
ऐसे मंदिर, जो सार्वजनिक घोषित हों.
स्थल चयन की प्रक्रिया
Àमंदिरों की चहारदीवारी के लिए जिला स्तरीय दो सदस्यीय कमेटी होगी. इसके अध्यक्ष जिलाधिकारी व उसके सदस्य-सचिव आरक्षी अधीक्षक होंगे. यह कमेटी मंदिर की चहारदीवारी के लिए ईंट निर्मित या कंटीले तार की दीवार का प्रस्ताव देगी. चहारदीवारी की ऊंचाई आठ फीट से अधिक नहीं होगी और यह भवन निर्माण द्वारा किया जायेगा. इस पूरी कार्रवाई की मॉनीटरिंग विधि विभाग के सचिव, पर्षद अध्यक्ष व निगम अध्यक्ष करेंगे.

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