मायागंज अस्पताल में सांस के मरीज बढ़े

मायागंज अस्पताल में सांस के मरीज बढ़ेसर्दी के मौसम में अस्पताल में आने वाले सांस के मरीजों की संख्या दोगुनी से अधिक वृद्धि हो चुकी हैसंवाददाता, भागलपुरसर्दी, प्रदूषण व कोहरे के कारण सांस के मरीजों पर सर्दी ने सितम ढाना शुरू कर दिया है. जेएलएनएमसीएच में बढ़ रही सांस के मरीजों की संख्या दाेगुनी हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2015 9:20 PM

मायागंज अस्पताल में सांस के मरीज बढ़ेसर्दी के मौसम में अस्पताल में आने वाले सांस के मरीजों की संख्या दोगुनी से अधिक वृद्धि हो चुकी हैसंवाददाता, भागलपुरसर्दी, प्रदूषण व कोहरे के कारण सांस के मरीजों पर सर्दी ने सितम ढाना शुरू कर दिया है. जेएलएनएमसीएच में बढ़ रही सांस के मरीजों की संख्या दाेगुनी हो चुकी है. हास्पिटल के मेडिसिन विभाग में रोजाना 10 से 12 सांस के मरीज आ रहे हैं. मेडिसिन विभाग समेत अन्य विभाग में भरती मरीजों की बात की जाये तो इस वक्त हर तीसरा मरीज सांस की बीमारी से ग्रसित है. अस्पताल में है इलाज का इंतजामअस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी मंडल कहते हैं कि मायागंज अस्पताल में सांस के मरीजों के इलाज के लिए जरूरी हर इंतजाम मौजूद है. यहां तक फेफड़े की जांच के लिए चेस्ट विभाग में पीएफटी(पल्मनरी फंक्शन टेस्ट) मशीन लगा दी गयी है. क्या कहते हैं डॉक्टर जेएलएनएमसीएच में तैनात डॉ शांतनु घोष बताते हैं कि सर्दियों में वायुमंडल में कार्बन मोनो ऑक्साइड, धुल और धुंआ घुला होता है. कोहरे के कारण यह ऊपर जाने के बजाय हमारे आसपास ही रहता है. सुबह-शाम कोहरा होने के कारण सांस व ह्रदय के मरीजों को घर से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए. जहां तक संभव हो वे अपने को सर्दी से खुद को बचाये रखे. प्रोटीनयुक्त व वसायुक्त भोजन करें.

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