बाढ़ आयी नहीं, क्षतग्रिस्त सड़क की होगी मरम्मत
बाढ़ आयी नहीं, क्षतिग्रस्त सड़क की होगी मरम्मत फ्लैग : दो साल पहले निर्माण होने के साथ बाढ़ से क्षतिग्रस्त होने पर करायी गयी थी मरम्मत -1.13 करोड़ रुपये सड़क मरम्मत के प्राक्कलन में किया शामिल-छह करोड़ की लागत से दो साल पहले बनी है सड़क संवाददाता, भागलपुरबाबूपुर मोड़ से पक्कीसराय के बीच दो वर्षों […]
बाढ़ आयी नहीं, क्षतिग्रस्त सड़क की होगी मरम्मत फ्लैग : दो साल पहले निर्माण होने के साथ बाढ़ से क्षतिग्रस्त होने पर करायी गयी थी मरम्मत -1.13 करोड़ रुपये सड़क मरम्मत के प्राक्कलन में किया शामिल-छह करोड़ की लागत से दो साल पहले बनी है सड़क संवाददाता, भागलपुरबाबूपुर मोड़ से पक्कीसराय के बीच दो वर्षों के दौरान बाढ़ का पानी नेशनल हाइवे को पार नहीं कर सका है. मगर, एनएच विभाग ने तीन जगहों पर सड़क मरम्मत का नया टेंडर निकाला है. यह टेंडर बाढ़ क्षतिग्रस्त मरम्मत के नाम से जारी किया है. रोचक बात यह है कि इस सड़क का निर्माण दो साल पहले लगभग छह करोड़ की लागत से किया गया था. निर्माण पूरा होने के साथ बाढ़ के पानी से यह टूट गयी थी. इसके बाद अगले सेक्शन यानी पक्कीसराय और रमजानीपुर के बीच सड़क निर्माण कार्य की योजना के एस्टिमेट को रिवाइज कर टूटे सड़क के मरम्मत कार्य को उसमें शामिल किया गया था और इसके तहत ही आवागमन बहाल कराने के लिए विभाग ने मरम्मत कराया था. इसके बावजूद फिर से बाढ़ क्षतिग्रस्त मरम्मत कार्य योजना में शामिल किया गया है. बाबूपुर मोड़ से पक्कीसराय के बीच बाबा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड ने सड़क का निर्माण कराया था. इन जगहों पर होगा मरम्मत कार्य, 15 जनवरी को टेंडर बाबूपुर मोड़ से पक्कीसराय के बीच तीन जगहों पर मरम्मत कार्य की योजना बनी है. हेडक्वार्टर ने भी योजना को मंजूर कर लिया है. एनएच विभाग ने टेंडर भी आमंत्रित कर दिया है. बाबूपुर मोड़ से पक्कीसराय (136-153 किमी) के बीच 138 से 141 किमी में 39.99 लाख, 142 से 146 किमी में 41.22 लाख एवं 147 से 152 किमी में 32.02 लाख रुपये मरम्मत पर लागत आयेगी. यानी, कुल 1.13 करोड़ रुपये मरम्मत पर खर्च करने की योजना है. तकनीकी और वित्तीय बिड खोलने की तिथि 15 जनवरी निर्धारित की गयी है.बाढ़ से क्षतिग्रस्त रोड को पहले नाथनगर विधायक ने कराया था चालू दाे साल पहले जब गंगा में बाढ़ आयी थी और एनएच पर पानी चढ़ा था, तो बाबूपुर मोड़ से पक्कीसराय के बीच सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी थी. सर्वाधिक क्षति सबौर से बाहर खनकित्ता और फरका के बीच हुआ था. सड़क टूट गयी थी. काफी दिनों तक एनएच ने चलने लायक भी सड़क नहीं बनायी, तो नाथनगर विधायक ने खुद से खर्च कर मिट्टी भरायी थी, जिससे चलने लायक सड़क बनी थी. बाबूपुर से पक्कीसराय के बीच सड़क निर्माण पर करीब छह करोड़ रुपये लागत आयी थी. विभाग का निर्णय है. इस कारण मरम्मत कार्य की योजना बनी और टेंडर निकाला गया है. मरम्मत होने से लोगों के चलने लायक सड़क बन जायेगी. इसके बाद नये सिरे से भी सड़क बनेगी. सुनीलधारी प्रसाद सिंह अधीक्षण अभियंता, राष्ट्रीय उच्च पथ अंचल, भागलपुर