ग्रामीणों से लड़ाई नहीं, संस्थान की अव्यवस्था के कारण घटी घटना
भागलपुर: इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों और फतेहपुर के ग्रामीणों के बीच रविवार को भी स्थिति तनावपूर्ण रही. फिलहाल ना तो गांव के युवक क्रिकेट पिच पर खेलने गये और ना ही छात्र क्रिकेट खेलने गये. गेट के बाहर सड़क किनारे दिकानों आदि जगहों पर आम दिनों की तरह छात्रों की कम आवाजाही देखी गयी. हालांकि […]
भागलपुर: इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों और फतेहपुर के ग्रामीणों के बीच रविवार को भी स्थिति तनावपूर्ण रही. फिलहाल ना तो गांव के युवक क्रिकेट पिच पर खेलने गये और ना ही छात्र क्रिकेट खेलने गये. गेट के बाहर सड़क किनारे दिकानों आदि जगहों पर आम दिनों की तरह छात्रों की कम आवाजाही देखी गयी.
हालांकि संस्थान के छात्रों का आरोप है कि उसका ग्रामीणों से कोई झगड़ा नहीं है. परेशानी तो उन्हें संस्थान के अंदर की अव्यवस्था की वजह से हो रही है. वहीं फतेहपुर के ग्रामीणों का कहना है कि छात्रों से कोई दुश्मनी नहीं है. यहां के कुछ लोगों ने छात्रों के उग्र तेवर को देखते कभी भी किसी समय छोटी बात पर विवाद होनेे की संभावना से इंकार नहीं किया.
छात्रों ने लगाया प्रिंसिपल पर आरोप. छात्रों ने बताया कि वे लोग फील्ड में बाहरी लोगों द्वारा शराब पीने की शिकायत कई बार शिक्षकों व प्राचार्य से भी शिकायत कर चुके हैं. आज इस पर ध्यान दिया गया होता, तो छात्रों को बाहरी लोगों के साथ मारपीट नहीं खानी पड़ती. इस कॉलेज में बिहार के विभिन्न जिलों के छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. यहां छात्रों की बेहतर शिक्षा व सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था ही नहीं हैं. परिसर में मॉर्निंग वॉक करने, बैंक का काम करवाने आने और अन्य किसी कारण से आने वालों लोगों से कोई दिक्कत नहीं हैं. यदि ऐसा होता तो हमारे बैच मैट आस पास के क्षेत्रों में छात्रों को ट्यूशन देने नहीं जाते हैं. हमारे प्राचार्य ही छात्रों के हित के लिए एफआइआर दर्ज नहीं कराते हैं. संस्थान के प्रिंसिपल के तानाशाही रवैये के कारण यहां के छात्र अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. प्रिंसिपल अपने लिए तीन सुरक्षा गार्ड रखे हुए हैं और परिसर में रह रहे छात्रों की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं कर रहे हैं. छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल बार-बार रेस्टीकेट करने और हॉस्टल खाली करने की धमकी देते हैं. आज सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने की वजह से छात्रों को पढ़ाई की जगह लड़ाई से भिड़ना पड़ रहा है.
कॉलेज बंद कराया, तो बुलायेंगे पुलिस : प्राचार्य. दूसरी तरफ रविवार की शाम इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ निर्मल कुमार ने बताया कि यदि छात्र कॉलेज बंद करना चाहते हैं तो मैं पुलिस को बुलाऊंगा. उस पर भी नहीं माने तो कॉलेज को बंद कर देंगे. छात्र मारपीट करें और प्रिंसिपल एफआइआर दर्ज करवाये. ऐसा कैसे संभव है. वे कैंपस में बाहरी लोगों को आने से रोकने में सक्षम नहीं हैं. डीएम को इंजीनियरिंग कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पत्र लिखे हैं.
छात्रों व ग्रामीणों के साथ आज करेंगे बैठक
जीरोमाईल थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार ने बताया कि सोमवार को थाने पर छात्रों व ग्रामीणों के साथ बैठक की जायेगी. बैठक के बाद ही किसी तरह की कार्रवाई पुलिस करेगी. उन्होंने बताया कि रविवार को दोनों तरफ से शांति बनी रही. छात्र भी अपने कैंपस में रहे और ग्रामीणों ने भी शांति बनाये रखी.
कॉलेज में जाने की तय हो समय सीमा
हालांकि फतेहपुर निवासी जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव मामून रसीद सहित अन्य लोगों ने बताया कि गांव वाले आज से नहीं बल्कि वर्षों से इंजीनियरिंग कॉलेज के अंदर आ जा रहे हैं. इन लोगों ने कहना है कि जब इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं था तब भी फतेहपुर के लोग वहां आते जाते थे. आज भी जा रहे हैं. खुद कॉलेज के लड़के भी गांव के युवक के साथ क्रिकेट खेलते हैं. आज भी वहां बैंक के काम से आते-जाते हैं. छात्र के लिए परिसर में आने जाने वाले के लिए समय सीमा हो, सुरक्षा गार्ड तैनात हो बाहरी लोगों के आने जाने के समय सीमा तय हो.