सफाई-कर्मी व एजेंसी के विवाद में फंसी अस्पताल की सफाई व्यवस्था

सफाई-कर्मी व एजेंसी के विवाद में फंसी अस्पताल की सफाई व्यवस्था संवाददाता, भागलपुर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल की साफ-सफाई चरमरा गयी है. दरअसल एक जनवरी से पटना की एजेंसी फ्रंटलाइन अस्पताल की सफाई का काम संभाल रही है. फ्रंटलाइन पूर्व में अस्पताल में सफाई का काम करनेवाली अंग विकास परिषद के सफाइकर्मियों से ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2016 7:33 PM

सफाई-कर्मी व एजेंसी के विवाद में फंसी अस्पताल की सफाई व्यवस्था संवाददाता, भागलपुर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल की साफ-सफाई चरमरा गयी है. दरअसल एक जनवरी से पटना की एजेंसी फ्रंटलाइन अस्पताल की सफाई का काम संभाल रही है. फ्रंटलाइन पूर्व में अस्पताल में सफाई का काम करनेवाली अंग विकास परिषद के सफाइकर्मियों से ही काम ले रही है. पुरानी एजेंसी के सफाइकर्मियों की संख्या 120 है और ये सफाइकर्मी नयी एजेंसी पर सभी कर्मियों को काम पर रखने का दबाव डाल रहे हैं. वहीं फ्रंटलाइन एजेंसी का कहना है कि अधीक्षक कार्यालय से मात्र 57 पुराने सफाई कर्मी की ही सूची मिली है. ऐसे में 120 सफाई कर्मी को काम पर नहीं रखा जा सकता है. अधीक्षक पर अनावश्यक दबाव बना रहे हैं सफाई कर्मीपुराने सफाई कर्मी पिछले एक सप्ताह से अस्पताल अधीक्षक पर लगातार दबाव बना रहे हैं कि उन लोगों के काम में किसी का हस्तक्षेप नहीं हो. उनके ही सुपरवाइजर व सभी कर्मी रहेंगे. नयी एजेंसी फ्रंटलाइन सिर्फ सफाई के सामान की आपूर्ति करे. वहीं अधीक्षक का कहना है कि अगर अस्पताल की साफ-सफाई व्यवस्था प्रभावित होती है, तो कुछ सफाई कर्मी को हटा देंगे. बॉक्स में……………..सरकारी सफाई कर्मी के साथ अधीक्षक की बैठक आजसफाई कर्मियों की हड़ताल की स्थिति में भी अस्पताल की साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं चरमराये, इसी के मद्देनजर अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने गुरुवार को सरकारी सफाइकर्मियों की बैठक बुलायी है. यह बैठक अधीक्षक कार्यायल में होगी. अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल में 44 सरकारी सफाइकर्मी हैं. बावजूद इसके आपात स्थिति में अस्पताल की साफ-सफाई नहीं हो पाती है. अब सभी सरकारी सफाई कर्मी को वार्ड वार साफ-सफाई का जिम्मा दिया जायेगा, ताकि किसी भी आपात स्थिति में मरीजों को परेशानी नहीं हो.

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