कॉलोनी वीआइपी, बड़ा नाला नहीं

शहर का ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त भागलपुर : नगर निगम के वार्ड 29 में बरारी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी वीआइपी कॉलोनी कहलाता है. इसी कॉलोनी में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रहे स्व शिवचंद्र झा का भी मकान है. स्थिति यह है कि उनके मकान के आगे मुख्य सड़क है, जहां घरों से निकला पानी सड़क पर बहता है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2016 7:53 AM
शहर का ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त
भागलपुर : नगर निगम के वार्ड 29 में बरारी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी वीआइपी कॉलोनी कहलाता है. इसी कॉलोनी में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रहे स्व शिवचंद्र झा का भी मकान है. स्थिति यह है कि उनके मकान के आगे मुख्य सड़क है, जहां घरों से निकला पानी सड़क पर बहता है. मुख्य सड़क के किनारे नाला है ही नहीं. सभी लोगों के घरों का पानी सड़कों पर बहता है. इस ओर से निगम के कर्मचारी के अलावा अधिकारी भी आते-जाते हैं, लेकिन मुख्य सड़क के किनारे नाला बनाने की ओर ध्यान नहीं दिया जाता है.
कॉलोनी के भीतर की स्थिति और नारकीय हो गयी है. कॉलोनी में एलआइजी, एमआइजी और जनता फ्लैट है. सभी घरों का गंदा पानी किसी बड़े नाला में नहीं जाता है, यह पानी कॉलोनी के खाली जमीन पर गिरता है. खाली जमीन अब पोखर की शक्ल ले चुकी है. अब पोखर का पानी और आगे जाने लगा, तो लोगों ने पानी रोकने के लिए जमीन के चारों ओर मिट्टी गिरा दिया.
कॉलोनी के कई नाला में भरी है मिट्टी
वीआइपी कॉलोनी की स्थिति यह है कि कॉलोनी के कई छोटे नाला मिट्टी से भर गया है, जिससे कॉलोनी के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन नाला को निगम द्वारा साफ नहीं कराया जाता है. कॉलोनी के लोग की अपने से नाला को साफ करवा कर उसमें अपने घरों का पानी गिराते हैं.
55 साल पुरानी है कॉलोनी
यह कॉलोनी लगभग 55 साल पुरानी है. शुरू में कॉलोनी में लोगों की संख्या बहुत कम थी. जो लोग रहते थे वो एलआइजी और एमआइजी फ्लैट में रहते थे. उस समय छोटे-नाले साफ रहते थे, लेकिन ड्रेनेज सिस्टम नहीं था. उस समय बिहार राज्य आवास बोर्ड द्वारा इस कॉलोनी का मेंटेनेंस होता था. लेकिन बाद में नगर निगम द्वारा कॉलोनी के नाला से लेकर कूड़ा-कचरा की सफाई का कार्य होने लगा. अभी स्थिति बदतर है. एजेंसी द्वारा नाला की सफाई नहीं की जाती है.

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