मात्र ढाई हजार बच्चों को ही पड़ा है पोलियो इंजेक्शन
मात्र ढाई हजार बच्चों को ही पड़ा है पोलियो इंजेक्शन- जिले में 16 दिसंबर 2015 से चलाया गया था अभियान – कहलगांव में 315 बच्चों को दिया गया पोलियो इंजेक्शन – जिले में 30 हजार बच्चों को पोलियो इंजेक्शन देने का लक्ष्य संवाददाता,भागलपुर जिले में इनएक्टिवटेड पोलियो वैक्सीन (आइपीवी)कार्यक्रम के तहत 16 से 21 दिसंबर […]
मात्र ढाई हजार बच्चों को ही पड़ा है पोलियो इंजेक्शन- जिले में 16 दिसंबर 2015 से चलाया गया था अभियान – कहलगांव में 315 बच्चों को दिया गया पोलियो इंजेक्शन – जिले में 30 हजार बच्चों को पोलियो इंजेक्शन देने का लक्ष्य संवाददाता,भागलपुर जिले में इनएक्टिवटेड पोलियो वैक्सीन (आइपीवी)कार्यक्रम के तहत 16 से 21 दिसंबर 2015 तक करीब ढाई हजार बच्चों को पोलियो इंजेक्शन दिया गया. 15 दिनों में कहलगांव प्रखंड में सबसे ज्यादा 315 बच्चों को पोलियो इंजेक्शन दिया गया. जिले में करीब 30 हजार बच्चों को इंजेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है. बिहार में टीकाकरण प्रतिशत लगभग 80 प्रतिशत है. बिहार भारत में पांच सबसे ज्यादा टीकाकरण प्रतिशत वाले राज्यों में से एक है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि आइपीवी का एक इंजेक्शन पोलियो डॉप्स की तीसरी खुराक के साथ दिया जाता है. यह बच्चे के शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और पोलियो वायरस से लड़ने की शक्ति देता है. पोलियो इंजेक्शन यूरोप के देश व अमेरिका में पहले से ही दिया जा रहा है. भारत में पोलियो का आखिरी केस जनवरी 2011 में पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में पाया गया था. प्रखंडवार पोलियो इंजेक्शन की स्थितिबच्चों को दी जाने वाली आइपीवी इंजेक्शन की प्रखंड वार संख्या बताते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि आगामी पल्स पोलिया अभियान में पोलियो इंजेक्शन लेने के लिए जागरूक किया जायेगा. सुलतानगंज में 226, पीरपैंती में 201, शाहकुंड में 132, नाथनगर में 190, जगदीशपुर में 122, सबौर में 242, कहलगांव में 315, नवगछिया में 131, गोपालपुर में 111, बिहपुर में 110, सन्हौला में 178, गोराडीह में 115, नारायणपुर में 105, खरीक में 130, रंगरा में 72, शहरी भागलपुर में 113 बच्चों को आइपीवी पोलियो इंजेक्शन दिया गया. बॉक्स में…17 जनवरी से पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियानजिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि जिले में 17 से 21 जनवरी तक पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान के तहत 0-5 साल तक के बच्चों को दो बूंद पोलियो की दवा पिलायी जायेगी. अभियान के तहत जिन बच्चों को पल्स पोलियो का तीसरा डोज दिया जायेगा, वैसे बच्चों को तीसरा डोज के साथ आइपीवी का इंजेक्शन दिया जायेगा.