खीरीबांध जमुनी मोड़ में बम फटा, दो बच्चे घायल

खीरीबांध जमुनी मोड़ में बम फटा, दो बच्चे घायल जगदीशपुर थाना क्षेत्र के जमुनी मोड़ में रहने वाले राजेश साह के घर के पास बम फटा राजेश के दो बेटे इसमें घायल हो गये, मायागंज में चल रहा इलाज घटनास्थल पर पहुंचे डीएसपी, मामले की हो रही जांच फोटो सुरेंद्र वरीय संवाददाता, भागलपुर जगदीशपुर थाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2016 9:18 PM

खीरीबांध जमुनी मोड़ में बम फटा, दो बच्चे घायल जगदीशपुर थाना क्षेत्र के जमुनी मोड़ में रहने वाले राजेश साह के घर के पास बम फटा राजेश के दो बेटे इसमें घायल हो गये, मायागंज में चल रहा इलाज घटनास्थल पर पहुंचे डीएसपी, मामले की हो रही जांच फोटो सुरेंद्र वरीय संवाददाता, भागलपुर जगदीशपुर थाना क्षेत्र के खीरीबांध जमुनी रोड में रहने वाले राजेश साह के घर के पास बम फटने से उसके दो बच्चे घायल हो गये. घटना बुधवार शाम लगभग पांच बजे की है. राजेश का कहना है कि बुधवार की शाम उसके बच्चे खेल रहे थे तभी बम फटा जिससे उसके दाेनों बच्चे घायल हो गये. तेज आवाज के साथ काफी धुआं निकलने की बात कही गयी. घटनास्थल पर डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर राजेश सिंह प्रभाकर और जगदीशपुर इंस्पेक्टर सुभाष वैद्यनाथन पहुंचे. एसआइ विजय कुमार ने मायागंज अस्पताल पहुंच कर बयान दर्ज किया. घर की दीवार के पास जमीन में गड़ा था बम राजेश साह ने कहा कि बम उसके घर की दीवार के पास ही था. उसने कहा कि बम जमीन में गाड़ कर रखा गया था. बच्चे वहां पर खेलने गये और तेज आवाज के साथ बम फट गया. उसका ग्यारह साल का बेटा राहुल कुमार और छह साल का बेटा आकाश घायल हो गया. राहुल चौथी कक्षा में पढ़ता है और आकाश पहली का छात्र है. नहीं मिला साक्ष्य, हो रही जांच जिस जगह बम फटने की बात कही गयी पुलिस को वहां पर बम का कोई अवशेष नहीं मिला है. डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर राजेश सिंह प्रभाकर ने कहा कि घायल बच्चों के परिजन का बयान लिया गया है और उसी आधार पर मामले की जांच और कार्रवाई की जायेगी. बॉक्स मैटर बम फटते रहे हैं, बच्चे होते हैं शिकारशहर में बम फटने की घटना पहले भी कई बार हुआ है. ध्यान देने वाली बात यह है कि लगभग हर बार बम फटने का शिकार बच्चे ही होते हैं. बरारी संतनगर में कचरा में छिपा कर रखे बम के फटने से आठ बच्चे घायल हो गये थे. कटहलबाड़ी में ऐसी ही घटना में 3 बच्चे घायल हो हुए थे. सकुरुल्लाचक में बम फटने से एक बच्चे की मौत हो गयी थी. बम निरोधी दस्ता बोले तो एक बाल्टी पानीशहर में बम निरोधी दस्ता उपलब्ध नहीं है. किसी थाना क्षेत्र में बम मिलते ही पुलिस जवान सबसे पहले एक बाल्टी पानी की व्यवस्था करते हैं ताकि वह पानी बम पर डाला जा सके या बम को उस पानी की बाल्टी में रखा जाए. मुंदीचक में मिले पांच बम तिलकामांझी थाना में एक बाल्टी पानी में काफी समय तक रखा रहा. मोजाहिदपुर थाना परिसर में बम विस्फोट और बाल्टी कारखाना चाैक पर लावारिस बैग मिलने के बाद भी बम निरोधी दस्ता नहीं पहुंच सका. वर्जनजिस जगह बम फटने की सूचना दी गयी है वहां बम का कोई अवशेष नहीं मिला है. घायल बच्चों के परिजन का बयान दर्ज किया गया है. बयान के आधार पर जांच होगी. इसके अलावा भी दो-तीन अन्य बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है. – राजेश सिंह प्रभाकर, लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी

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