किसानों का होगा जीआइ रजिस्ट्रेशन
भागलपुर : जिलाधिकारी आदेश तितरमारे ने कहा कि कतरनी उत्पादक किसानों का जीआइ रजिस्ट्रेशन कराया जायेगा. प्रशासन की तरफ से उत्पादक किसानों का विशेष परिचय पत्र बनेगा. इसके साथ ही जर्दालू आम के लिए भी कदम उठाये जायेंगे. उन्होंने जर्दालू आम व कतरनी चावल की ब्रांडिंग के लिए नोडल प्रभारी मनोनीत किये. जर्दालू आम को […]
भागलपुर : जिलाधिकारी आदेश तितरमारे ने कहा कि कतरनी उत्पादक किसानों का जीआइ रजिस्ट्रेशन कराया जायेगा. प्रशासन की तरफ से उत्पादक किसानों का विशेष परिचय पत्र बनेगा. इसके साथ ही जर्दालू आम के लिए भी कदम उठाये जायेंगे. उन्होंने जर्दालू आम व कतरनी चावल की ब्रांडिंग के लिए नोडल प्रभारी मनोनीत किये. जर्दालू आम को लेकर नोडल प्रभारी सहायक उद्यान निदेशक विजय पंडित और कतरनी चावल के लिए उप परियोजना निदेशक (आत्मा) प्रभास कुमार बनाये गये हैं. डीएम बुधवार को वेश्म में आत्मशासी परिषद की वर्ष 2015-16 की कार्ययोजना पर चर्चा कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि जर्दालू आम का विपणन करने व प्रचार संबंधी कार्य जोरशोर से किया जाये, जिससे भागलपुर का यह आम विश्व प्रसिद्ध हो सके. कतरनी चावल के गुणवत्ता पूर्ण उत्पादन, किसानों की पहचान और उसके विपणन की कार्ययोजना तैयार की जाये. कतरनी उत्पादक किसान का जीआइ रजिस्ट्रेशन कराया जायेगा. इसकी सूची कृषि विभाग द्वारा कला सांस्कृतिक विभाग को भेजा जायेगा, जहां से उसके रजिस्ट्रेशन की कार्रवाई नागपुर स्थित राजीव गांधी संस्थान में होगी.
उन्होंने कहा कि किसानों को कतरनी चावल, जर्दालू, लीची, केला के बारे में ट्रेनिंग दी जाये, जिससे इस ओर उत्पादन बढ़ सके. मौके पर उप विकास आयुक्त अमित कुमार, एलडीएम यूको बैंक, जिला कृषि पदाधिकारी अरविंद झा के अलावा पशुपालन, मत्स्य, उद्यान, रेशम विभाग सहित दो प्रगतिशील किसान वेद व्यास चौधरी व अशोक चौधरी उपस्थित थे.
पारित कार्ययोजना के एजेंडे
विभिन्न संस्थान में किसानों का भ्रमण कराया जायेगा.
संस्थान विशेष में चयनित किसानों को ट्रेनिंग दी जायेगी.
भ्रमण व ट्रेनिंग के लिए लखनऊ के शीतोष्ण बागवानी केंद्र, महाराष्ट्र के जलगांव स्थित जैन इरीगेश्न संस्थान, बिहार वेटरनरी कॉलेज, मुजफ्फरपुर का लीची अनुसंधान केंद्र, मधुमक्खी पालन के लिए क्षेत्रीय कृषि विवि, पूसा(समस्तीपुर), समेकित कृषि प्रणाली के लिए कृषि विज्ञान केंद्र, बिरौली(समस्तीपुर).
प्रखंड स्तर पर किसान सलाहकार समिति का पुनर्गठन.
पहली बार जिला स्तरीय किसान सलाहकार समिति का गठन होगा, इसमें दो प्रगतिशील किसान काे भी शामिल किया जायेगा.
प्रखंड स्तर पर प्याज व जैविक खेती पर किसान पाठशाला का आयोजन होगा.