भागलपुर: छात्र अंशु राज की दुर्घटना में मौत के बाद हुए उपद्रव, छात्रों पर लाठीचार्ज व गिरफ्तारी का मामला ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है. आइसा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को बीएन कॉलेज, टीएनबी कॉलेज व मारवाड़ी कॉलेज बंद कराया.
छात्रों को कॉलेज से बाहर कर दिया. जिला प्रशासन के विरोध में नारे भी लगाये. इसके बाद तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय परिसर में सभा का आयोजन किया. आइसा की राज्य अध्यक्ष रिंकी ने कहा कि बंद का यह कार्यक्रम मानवाधिकार दिवस पर इसलिए आयोजित किया गया कि उक्त पूरे घटनाक्रम में मानवाधिकार का हनन हुआ है. उन्होंने सभा में कहा कि कानून के राज का दावा करनेवाली नीतीश सरकार की पुलिस ने छात्रों पर हमला बोला है. मानवाधिकार की धज्जियां उड़ायी है. इसे कतई बरदाश्त नहीं किया जायेगा. छात्रों के इस संघर्ष में शिक्षकों व कर्मचारियों को समर्थन दिये जाने पर बधाई दी.
घोषणा की गयी कि 14 दिसंबर को मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के समीप छात्रों-नागरिकों का खुला कन्वेंशन आयोजित किया जायेगा. इसमें मुख्य वक्ता आइसा के राष्ट्रीय महासचिव अभ्युदय होंगे. इस मौके पर मृत्युंजय, प्रवीण,सुमन, इंद्रदेव, अविनाश, अमित, जियाउद्दीन, मनीष, सन्नी, संजीव, अजय, धनंजय, सुधांशु, मधुकर, धीरज, इंद्र कुमार, अमलेश, नवनीत, राजीव रंजन, विक्रम, राजा, मिथुन, संस्कार, रमेश, राजेश, रविश, ऋतुराज, जयराम, सुभाष, अबध, संजय, शुभम, राकेश, डब्लू यादव, पवन मौजूद थे.