नियमों की अनदेखी कर िदया टेंडर

नगर विधायक अजीत शर्मा ने आयुक्त भागलपुर को पत्र लिख लगाया जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक पर नियमों की अवहेलना करने का आरोप भागलपुर : अनुभवी एजेंसियों को दरकिनार कर नियमों के विपरीत जाकर एक नौसिखिया कंपनी को जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल के मरीजों को पथ्य(आहार) आपूर्ति का ठेका दे दिया गया. यही नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2016 3:20 AM

नगर विधायक अजीत शर्मा ने आयुक्त भागलपुर को पत्र लिख लगाया जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक पर नियमों की अवहेलना करने का आरोप

भागलपुर : अनुभवी एजेंसियों को दरकिनार कर नियमों के विपरीत जाकर एक नौसिखिया कंपनी को जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल के मरीजों को पथ्य(आहार) आपूर्ति का ठेका दे दिया गया. यही नहीं इसी एजेंसी से जुड़े एक एसाेसिएशन को अस्पताल की सुरक्षा संभालने का जिम्मा भी है. नगर विधायक अजीत शर्मा ने अस्पताल के अधीक्षक पर एक नौसिखिया एजेंसी को ठेने देने पर सवाल उठाया है और इसकी लिखित शिकायत आयुक्त भागलपुर को दी है.
पत्र में विधायक ने कहा है कि अस्पताल अधीक्षक ने वर्ष 2015-16 में अस्पताल में भर्ती मरीजों को पथ्य आपूर्ति(आहार देने) के लिए निविदा आमंत्रित की थी. इसके मानदंड में स्पष्ट उल्लेख था कि इच्छुक एजेंसी को डाइट प्रिपरेशन, डाइट सर्विस और ओवरआल मैनेजमेंट के क्षेत्र में हाॅस्पिटल अथवा इसके समान क्षेत्र में कार्य करने का अनुभव संबंधी सर्टिफिकेट होना चाहिए. साथ ही एजेंसी को इस क्षेत्र में तीन साल का अनुभव हाेना चाहिए.
नगर विधायक श्री शर्मा ने आरोप लगाया कि इसके बावजूद अस्पताल अधीक्षक ने पुराने एवं अनुभवी संस्थाओं की अनदेखी कर अंग फाउंडेशन नामक एक नयी संस्था काे पथ्य आपूर्ति करने का टेंडर दे दिया. श्री शर्मा ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि अंग फाउंडेशन का पंजीकरण 14 जुलाई 2014 को हुआ था. इस तरह आज की तारीख में इस संस्था को एक साल और कुछ ही महीनों का काम करने का अनुभव है जो निविदा के नियम तीन का स्पष्ट उल्लंघन है.
नगर विधायक ने यह भी बताया है कि अंग फाउंडेशन को ही अस्पताल के अधीक्षक ने वर्ष 2014 से अस्पताल की सिक्यूरिटी का ठेका दे रखा है जिसकी अवधि का पुन: विस्तार भी कर दिया गया. हालांकि सिक्युरिटी का काम मेसर्स एक्स सर्विसमैन वेलफेयर एसोसिएशन के नाम आवंटित है जिसका संचालन अंग फाउंडेशन द्वारा होता है. नगर विधायक श्री शर्मा इन आरोपों की जांच कराने की मांग आयुक्त भागलपुर से की है.

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