नियुक्ति में धांधली की जांच हो, पहले से दोषी ठहराना गलत

नियुक्ति में धांधली की जांच हो, पहले से दोषी ठहराना गलतसंवाददाता, भागलपुर युवा राजद प्रदेश प्रवक्ता अरुण कुमार यादव ने कहा है कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के पूर्व कुलपति डॉ मेवालाल चौधरी के समय नियुक्ति प्रक्रिया में अगर किसी प्रकार की धांधली हुई है, तो निश्चित रूप से जांच होनी चाहिए. लेकिन जांच के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2016 8:14 PM

नियुक्ति में धांधली की जांच हो, पहले से दोषी ठहराना गलतसंवाददाता, भागलपुर युवा राजद प्रदेश प्रवक्ता अरुण कुमार यादव ने कहा है कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के पूर्व कुलपति डॉ मेवालाल चौधरी के समय नियुक्ति प्रक्रिया में अगर किसी प्रकार की धांधली हुई है, तो निश्चित रूप से जांच होनी चाहिए. लेकिन जांच के पहले ही किसी को दोषी ठहराना गलत है. उन्होंने कहा कि बिना वजह इस मुद्दे को उछालकर भाजपा व उसके सहयोगी दल राजनीतिक रोटी सेंक रही है. उन्होंने कहा कि नियुक्ति में गड़बड़ी पर भाजपा व विधार्थी परिषद को राजनीति रोटी नहीं सेकनी चाहिए, क्योंकि 2012 में जिस वक्त नियुक्ति हुई है, उस समय भाजपा गठबंधन की ही बिहार में सरकार थी. अब बिहार में महा गंठबंधन की सरकार है. अगर जांच के बाद यह बात सामने आती है कि नियुक्ति में धांधली हुई है, तो दोषियों के खिलाफ अवश्य कार्रवाई की जानी चाहिए. कानून का राज है, इसलिए बड़ा-से-बड़ा व्यक्ति भी इस सरकार में गलत करके बच नहीं सकता है.

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