मीट-चूड़ा खिलाया और मार दिया

ऑटो चालक और खलासी की हत्या की साजिश करने और हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार किया दोनों की हत्या कर ऑटो को साहेबगंज के झारखंड में 26 हजार में बेच दिया तीनों को ऑटो बेचने पर चार चार हजार ही मिले बांकी के पैसे बिचौलिये ने लिया भागलपुर : जागेश्वरपुर के ऑटो चालक पप्पू भगत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2016 6:10 AM

ऑटो चालक और खलासी की हत्या की साजिश करने और हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार किया

दोनों की हत्या कर ऑटो को साहेबगंज के झारखंड में 26 हजार में बेच दिया
तीनों को ऑटो बेचने पर चार चार हजार ही मिले बांकी के पैसे बिचौलिये ने लिया
भागलपुर : जागेश्वरपुर के ऑटो चालक पप्पू भगत और टिकलुगंज के रहनेवाले उसी ऑटो के खलासी बलराम यादव की 23 जनवरी की रात हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने ऑटो चालक और खलासी के हत्यारे खानपुर के मो शेख साह आलम उर्फ काजू मियां और मो सुड्डू के साथ ही हत्या की साजिश करनेवाले महादेवगंज के मो सरजियाफ को पलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
इन्होंने ऑटो लूटने की योजना बनायी और पहचान छिपाने के लिए ऑटो चालक और खलासी की हत्या कर दी. हत्या करनेवाले काजू मियां और मो सुड्डू के पास से पुलिस ने दो कट्टा और दो गोली बरामद किया है. पुलिस ने वह गड़ासी भी बरामद कर लिया है, जिससे ऑटो चालक और खलासी की हत्या की गयी. एसएसपी विवेक कुमार ने गुरुवार को अपने कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान हत्या के खुलासे से जुड़ी पूरी जानकारी दी.
मीट चूड़ा खिलाया, शराब पिलायी और मार दिया. खानपुर के रहनेवाले मो शेख साह आलम उर्फ काजू मियां भी शिवनारायणपुर स्टैंड से ही भाड़े का ऑटो चलाता था. उसकी नजर पप्पू भगत की नयी ऑटो पर थी. शेख साह आलम ने पप्पू की नयी ऑटो को लूटने की योजना बनायी. 23 जनवरी को दोपहर लगभग तीन बजे कहलगांव ऑटो स्टैंड से पप्पू भगत की ऑटो को रसलपुर के महियामाचक की रहने वाली अपनी बहन के यहां जाने के लिए रिजर्व कराया. दोनों एक दूसरे को जानते थे इसलिए पप्पू उसके साथ चला गया. काजू मियां ने अपनी बहन के यहां चूड़ा और बतख का मीट बनवाया. वहां से चूड़ा और मीट लेकर बहियार चला गया. काजू मियां ने ऑटो चालक और खलासी को काफी शराब पिलायी.
उसके बाद वह गाड़ी ठीक करने के बहाने अपनी बहन के यहां गया और वहां से गड़ासी लेकर आया. फिर काजू मियां और मो सुड्डू ने मिल कर पप्पू भगत और बलराम यादव की हत्या कर दी. ज्यादा शराब पीने से ऑटो चालक और खलासी अचेतन अवस्था में थे तभी काजू मियां और मो सुड्डू ने तेज धार वाले गड़ासी से दोनों की गरदन और सिर पर प्रहार कर हत्या कर दी. दोनों के शव को रसलपुर के कुर्मी बहियार स्थित कुएं में डाल दिया.
ऑटो बेचा मिले सिर्फ चार-चार हजार.पप्पू भगत और बलराम यादव की हत्या करने के बाद मो काजू मियां और मो सुड्डू ने ऑटो झारखंड के साहेबगंज में 26 हजार में बेच दी. ऑटो बेचने से मिलने वाले पैसे में काजू मियां, मो सुड्डू और सरजियाफ को सिर्फ चार-चार हजार रुपये ही मिले. बाकी के पैसे बिचौलिये ने रख लिया. जिन लोगों ने ऑटो खरीदा है उनकी भी पहचान हो गयी है. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
बनी थी पुलिस की टीम. हत्या का खुलासा करने और हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी विवेक कुमार ने कहलगांव डीएसपी रामानंद कुमार कौशल के नेतृत्व में टीम का गठन किया था. इस टीम में कहलगांव के सीआइ निसार अहमद, पीरपैंती थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार, ईशीपुर बाराहाट के थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार और रसलपुर ओपी प्रभारी मनीष कुमार शामिल थे.

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