डॉ विलक्षण रविदास को हिरासत में लेना लोकतंत्र की हत्या
भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर डॉ विलक्षण रविदास को हिरासत में लेना लोकतंत्र की हत्या है. भाकपा माले के प्रेस प्रवक्ता मुकेश मुक्त ने कहा कि डॉ विलक्षण लोकतांत्रिक व्यक्ति हैं, उन्हें सिर्फ तथाकथित संदेश के आधार पर हिरासत में लेना प्रताड़ित करना व बदनाम करना है. शहर में नक्सलियों का इलाज हो […]
भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर डॉ विलक्षण रविदास को हिरासत में लेना लोकतंत्र की हत्या है. भाकपा माले के प्रेस प्रवक्ता मुकेश मुक्त ने कहा कि डॉ विलक्षण लोकतांत्रिक व्यक्ति हैं, उन्हें सिर्फ तथाकथित संदेश के आधार पर हिरासत में लेना प्रताड़ित करना व बदनाम करना है.
शहर में नक्सलियों का इलाज हो रहा, बच्चों की पढ़ाई भी : सूत्रों की मानें तो नक्सली इलाज के लिए शहर के अस्पताल आते हैं. शहर के कई अस्पताल और निजी क्लिनिकों में उनके इलाज करवाने की आशंका जाहिर की गयी है. नक्सलियों के बच्चों के कुछ स्कूलों में एडमिशन कराये जाने की भी चर्चा हो रही है. इन बातों में कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है.