स्कूल में छात्र नहीं,वेतन उठा रहे हैं तीन शिक्षक

मामला मशाकचक उर्दू प्राथमिक विद्यालय का जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के निरीक्षण के बाद हुआ खुलासा मशाकचक के एक मसजिद में चल रहा है स्कूल भागलपुर : मशाकचक के एक मसजिद में उर्दू प्राथमिक विद्यालय सिर्फ कागज पर चल रहा है. विद्यालय के पास अपनी भूमि नहीं है. छात्र भी नहीं है. यह मामला आठ फरवरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2016 6:13 AM

मामला मशाकचक उर्दू प्राथमिक विद्यालय का

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के निरीक्षण के बाद हुआ खुलासा
मशाकचक के एक मसजिद में चल रहा है स्कूल
भागलपुर : मशाकचक के एक मसजिद में उर्दू प्राथमिक विद्यालय सिर्फ कागज पर चल रहा है. विद्यालय के पास अपनी भूमि नहीं है. छात्र भी नहीं है. यह मामला आठ फरवरी को तब प्रकाश में आया, जब शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) ज्योति कुमार ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान मसजिद के संचालक मो शरीफ आलम ने बताया कि यह स्कूल भूमिहीन, भवनहीन व छात्रविहीन है.
बावजूद इसके इस स्कूल में शिक्षा विभाग की ओर से तीन शिक्षिकाओं की प्रतिनियुक्ति की गयी है. यहां शिक्षक सिर्फ 26 जनवरी व 15 अगस्त को ही झंडोत्तोलन करने आते हैं. इसके अलावा वे कभी विद्यालय नहीं आते हैं और ना ही कक्षा संचालित होती है. उन्होंने बताया कि अपने प्रयास से 42 छात्रों को पठन-पाठन के लिए मसजिद में लाये थे,
लेकिन पदस्थापित शिक्षकों के द्वारा पठन-पाठन कार्य कभी नहीं किया गया. इस कारण छात्र भी नहीं आते हैं. यहां प्रतिनियुक्त शिक्षक अपने दायित्व का निर्वहन किये बिना ही वेतन उठा रहे हैं. यह मसजिद जिला स्कूल भागलपुर एवं प्रखंड संसाधन केंद्र नगर निगम के नजदीक है. बावजूद इसके इस स्कूल के बारे विद्यालय अवर निरीक्षक, संकुल संसाधन समन्वयक, प्रखंड संसाधन समन्वयक ने इस संबंध में कोई सूचना कार्यालय को नहीं दी.
शिक्षकों व जिम्मेवारों से स्पष्टीकरण. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ज्योति कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्कूल में प्रतिनियुक्त सभी शिक्षकों को तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश जारी किया है और कहा है कि क्यों नहीं अपने दायित्व के निर्वहन नहीं करने व बिना काम के वेतन पाने के आरोप में अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए प्राप्त वेतन की वसूली की जाय. उन्होंने संबंधित नियंत्री पदाधिकारी, संकुल संसाधन समन्वयक,
प्रखंड संसाधन समन्वयक से भी पूछा है कि उक्त शिक्षकों को बिना काम के वेतन किस परिस्थिति में भुगतान किया गया है. पूछा है कि भूमिहीन, भवनहीन विद्यालय को विभागीय आदेश में साधन संपन्न विद्यालय के साथ टैग करने का आदेश है. इस विद्यालय को अभी तक टैग क्यों नहीं किया गया है. उन्होंने स्पष्टीकरण समीक्षा तक स्कूल के शिक्षकों के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी है. साथ ही क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक के निर्देशानुसार सभी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी है.

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