शहर में दो वाई-फाई जोन बनायेगा नगर निगम

भागलपुर : नगर निगम शहर के दो इलाके को वाई-फाई जोन बनायेगा. इसमें मनाली चौक से कचहरी चौक और तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय मार्ग शामिल है. यह निर्णय सोमवार को नगर निगम की सामान्य बोर्ड की बैठक में लिया गया. बैठक में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पर तय किया गया कि तीन मार्च तक शहर का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 16, 2016 6:21 AM

भागलपुर : नगर निगम शहर के दो इलाके को वाई-फाई जोन बनायेगा. इसमें मनाली चौक से कचहरी चौक और तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय मार्ग शामिल है. यह निर्णय सोमवार को नगर निगम की सामान्य बोर्ड की बैठक में लिया गया. बैठक में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पर तय किया गया कि तीन मार्च तक शहर का ट्रैफिक प्लान तैयार कर लिया जायेगा.

इसमें वित्तीय वर्ष 2016-17 का 37 लाख 49 हजार 51 रुपये के लाभ का बजट पेश किया गया. मौके पर मेयर दीपक भुवानियां, डिप्टी मेयर डॉ प्रीति शेखर, नगर आयुक्त अवनीश कुमार सिंह, नगर प्रबंधक विनय प्रसाद यादव व सभी 51 वार्ड पार्षद मौजूद थे.

मनाली से कचहरी चौक और विश्वविद्यालय मार्ग को वाई-फाई जोन बनाने की तैयारी
हर वार्ड में पार्षदों के लिए कार्यालय का निर्माण
बैठक में नगर आयुक्त अवनीश कुमार सिंह ने कहा कि शहर के मनाली से कचहरी चौक और विवि मार्ग को वाई-फाई जोन घोषित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि शहर की सबसे बड़ी समस्या जाम की है. तीन मार्च तक शहर का ट्रैफिक प्लान तैयार होने के बाद प्रशासन के साथ एक बैठक कर इस प्लान को धरातल पर लाया जायेगा. निगम की आय बढ़ाने को लेकर शहर में पांच जगहों पर कर-संग्रहण कार्यालय खोला जायेगा. हर वार्ड में पार्षदों के लिए कार्यालय और निगम में डेढ़ सौ लोगों के बैठने के लिए मीटिंग हॉल का निर्माण किया जायेगा.
नमामि गंगे याेजना का डीपीआर तैयार
नगर आयुक्त ने कहा कि वार्ड संख्या एक में वृद्धाश्रम का निर्माण हो चुका है, इसे जल्द चालू किया जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि पांच करोड़ की लागत से 44 स्लम एरिया के विकास का काम 15 अप्रैल से धरातल पर आ जायेगा. नमामि गंगे योजना का डीपीआर बन गया है. पार्षदों की एक कमेटी 25 फरवरी तक बनायी जायेगी और इसमें शहर के प्रबुद्ध लोेगों की भी राय ली जायेगी.
दो दिन बाद एजेंसी के साथ होगी बैठक : उन्होंने बजट सत्र में पार्षद मो नसीम उद्दीन के प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि पैन इंडिया पर सिर्फ बुडको का नियंत्रण है. पैन इंडिया को निगम भूमि, एनओसी, संसाधन आदि मुहैया करा सकता है. एजेंसी और बुडको निगम को कार्य की जानकारी नहीं देती है.
काम करने के पहले बुडको ऑडिट टीम रिपोर्ट करती थी, लेकिन अब वो भी नहीं करती. दो दिन बाद एजेंसी के साथ बैठक होगी. सौंपी गयी रिपोर्ट के आधार पर पार्षदों की राय ली जायेगी. इस पर सरकार को पैन इंडिया की कार्यप्रणाली की जानकारी दी जायेगी. वहीं बजट सत्र में मेयर ने 37 लाख 49 हजार 51 रुपये के लाभ का बजट पेश किया. इसमें कुल आय 5 करोड़ 92 करोड़ 61 लाख 44 हजार 51 रुपये, व्यय 5 अरब 95 करोड़ 5 लाख 45 हजार रुपये और लाभ 37 लाख रुपये 49 हजार रुपये का उल्लेख किया गया है.

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