रत्तीपुर बैरिया. ग्रामीणों ने कहा- कई काम रह गये हैं अधूरे

पोल तो बिजली नहीं, पुल ताे सड़क नहीं बिजली के अभाव में अंधेरे में जीने को विवश हैं लोग भागलपुर : नाथनगर प्रखंड का लगभग 20, 000 आबादी वाला पंचायत रत्तीपुर बैरिया में भी पंचायत चुनाव की सरगर्मी बढ़ने लगी है. पिछले पांच साल के दौरान इस पंचायत में विकास के कई कार्य हुए हैं, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2016 4:44 AM

पोल तो बिजली नहीं, पुल ताे सड़क नहीं

बिजली के अभाव में अंधेरे में जीने को विवश हैं लोग
भागलपुर : नाथनगर प्रखंड का लगभग 20, 000 आबादी वाला पंचायत रत्तीपुर बैरिया में भी पंचायत चुनाव की सरगर्मी बढ़ने लगी है. पिछले पांच साल के दौरान इस पंचायत में विकास के कई कार्य हुए हैं, लेकिन आधे अधूरे. आज भी इस पंचायत के श्रीरामपुर गांव को छोड़ कर बैरिया, अजमेरीपुर, रसीदपुर, दिलदारपुर व मोहनपुर आदि गांव के लोग बिजली के अभाव में अंधेरे में जीने को विवश हैं. वर्ष 2004 में राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना से पोल गाड़े गये, ट्रासंफार्मर लगाये गये,
लेकिन बिजली के तार में करंट कभी नहीं दौड़ी. श्रीरामपुर गांव में आर्सेनिक मुक्त पेयजल सुविधा के लिए बनाये गये यूनिट बंद पड़ी है. पंचायत में जामुनिया नदी पर लालूचक गांव के पास बना पुल एप्रोचपथ के बिना अधूरा है. रसीदपुर भीट गांव के पास एक पक्का पुल हाल में बना है, लेकिन श्रीरामपुर घाट पर पुल नहीं बनाये जाने के कारण इसका उपयोग नहीं हो रहा है. वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री सड़क योजना से हरिदासपुर सीमा से दिलदारपुर तक आठ किलोमीटर पक्की सड़क बननी थी,
लेकिन वह रसीदपुर बासा के निकट मिट‍्टी भरवाने के बाद बंद है. गांवों के अंदर मुखिया के फंड से दर्जन से अधिक छोटी छोटी पीसीसी सड़कें हैं, लेकिन अभी अधिकतर गांव के अंदर लोग गड‍्ढे व कीचड़मय सड़क पर चलने को विवश हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यदि इस पंचायत की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए तीनों पुल, मुख्य सड़क व बिजली सुविधा मिल जाये तो तरक्‍की आसमान छूने लगेगी.

Next Article

Exit mobile version