कालाबाजारी: अधिकारियों से पूछताछ कर पुलिस की टीम पटना से चली, खाली हाथ लौटी पुलिस टीम
भागलपुर: अनाज की कालाबाजारी मामले में राज्य खाद्य निगम के अधिकारियों से पूछताछ करने गयी पुलिस टीम को शुक्रवार को कागजात उपलब्ध नहीं कराया गया. गुरुवार को निगम के अधिकारियों ने कागजात उपलब्ध कराने की बात कही थी, लेकिन बाद में वे आनाकानी करने लगे. इसी वजह से यहां से गयी पुलिस की टीम को […]
भागलपुर: अनाज की कालाबाजारी मामले में राज्य खाद्य निगम के अधिकारियों से पूछताछ करने गयी पुलिस टीम को शुक्रवार को कागजात उपलब्ध नहीं कराया गया. गुरुवार को निगम के अधिकारियों ने कागजात उपलब्ध कराने की बात कही थी, लेकिन बाद में वे आनाकानी करने लगे. इसी वजह से यहां से गयी पुलिस की टीम को एक दिन और वहां रुकना पड़ा. एसएफसी के अधिकारियों ने सोमवार या मंगलवार को कागजात उपलब्ध कराने की बात कही. पटना गयी पुलिस टीम शनिवार को वापस लौटेगी.
जल्दबाजी रहती है इसलिए बिना जीपीएस वाले वाहन से होती रही ढुलाई : अनाज की ढुलाई में बिना जीपीएस लगे वाहन का इस्तेमाल किये जाने को लेकर अभी तक पुलिस की पूछताछ में एसएफसी के अधिकारी का कहना है कि रेल रैक से गोदाम तक अनाज की ढुलाई में जल्दबाजी रहती है. इसलिए कम समय में जीपीएसवाले वाहन खोज पाना मुश्किल होता है. बिना जीपीएस लगे वाहन चलाये जाने को लेकर इस तरह की बात करना ही संदेह पैदा करता है. सूत्रों की मानें तो पटना में पूछताछ के दौरान अधिकारियों ने बताया है कि लगभग 80 प्रतिशत वाहन जीपीएस लगे हुए इस्तेमाल हो रहे हैं, लेकिन भागलपुर की बात करें, तो एक भी वाहन जीपीएसवाले नहीं पाये गये हैं.
2015 में जीपीएस वाहनों के लिए हुआ था टेंडर : अनाज की ढुलाई में जीपीएसवाले वाहनों के लिए 2015 में टेंडर हुआ था. रेल रैक से गोदाम और वहां से डीलर के पास तक सही तरीके से अनाज को पहुंचाया जा सके इसके लिए जीपीएस लगे वाहन चलाये जाने का निर्णय लिया गया था. इससे साफ है कि पिछले एक साल से बिना जीपीएस लगे वाहन चला कर न सिर्फ नियम का उल्लंघन किया गया, बल्कि करोड़ों के अनाज की कालाबाजारी की भी आशंका है.