ट्रैफिक रजिस्टर तीन साल बाद भी खाली

भागलपुर : ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए तीन साल पहले बने जिले के इकलौते ट्रैफिक थाने में अब तक एक भी एफआइआर दर्ज नहीं हुआ है. इस थाने को बनाने का उद‍्देश्य लोगों को ट्रैफिक से संबंधित मामले में सुविधा मिलना है. लोगों का कहना है कि जब जिले के ट्रैफिक थाने में ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2016 8:38 AM
भागलपुर : ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए तीन साल पहले बने जिले के इकलौते ट्रैफिक थाने में अब तक एक भी एफआइआर दर्ज नहीं हुआ है. इस थाने को बनाने का उद‍्देश्य लोगों को ट्रैफिक से संबंधित मामले में सुविधा मिलना है. लोगों का कहना है कि जब जिले के ट्रैफिक थाने में ही कोई मामला दर्ज नहीं होता है, तो ट्रैफिक व्यवस्था में कैसे सुधार हो सकता है. ट्रैफिक नियम के उल्लंघन के कारण ही अधिकतर दुर्घटनाएं व जाम की समस्या उत्पन्न होती है. इस दौरान जो भी मामले होते हैं, उसकी रिपोर्ट स्थानीय थाने में दर्ज करायी जाती है. इसमें लोगों को त्वरित न्याय नहीं मिल पाता.
हो चुकी है सैकड़ों घटनाएं : अभी तक जिले में सैकड़ों दुर्घटनाएं हो चुकी है. पुलिस विभाग की रिपोर्ट के अनुसार साल 2015 में 247 एक्सीडेंट और साल 2014 में 268 एक्सीडेंट के मामले हो चुके हैं. इन मामलों में आज भी कई लोग फंसे हुए हैं. ऐसे लोगों का मानना है कि यदि ट्रैफिक थाने में मामला दर्ज होता, तो लाेगों को इधर-उधर दौड़ नहीं लगानी पड़ती.
भागलपुर में ट्रैफिक थाना का महत्व
सुव्यवस्थित ट्रैफिक सिस्टम के अभाव में इन दिनों भागलपुर काफी चर्चित हो रहा है. जिले में एनएच-80 की जर्जर हालत व शहरी क्षेत्र की अतिक्रमित सड़कों के कारण जाम आम हो गया है. इस वजह से रोड एक्सीडेंट व यातायात उल्लंघन मामले भी बढ़ रहे हैं. ऐसे में यहां ट्रैफिक थाने का महत्व काफी बढ़ गया है. यातायात प्रभारी रंजन कुमार ने बताया कि ट्रैफिक थाना कोतवाली में कार्यरत है. यहां से सब जगह कंट्रोलिंग किया जाता है. थाने में अभी तक एक भी एफआइआर दर्ज नहीं हुआ है. जल्द ही एफाआइआर दर्ज करने का काम शुरू हो जायेगा.
ट्रैफिक थाना कार्यरत है, लेकिन उसे एफआइआर दर्ज करने का पावर नहीं मिला है. वरीय पदाधिकारियों ने इसके लिए विभाग को लिखा है. उम्मीद है जल्द ही ट्रैफिक थाने में एफआइआर दर्ज होने लगेंगे.
सिटी एसपी , अवकाश कुमार

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