चहारदीवारी निर्माण के लिए 73 स्कूलों जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय ने चिह्नित किया है. वह इसके निर्माण करीब 8.09 करोड़ खर्च करने की योजना बनायी है. चहारदीवारी का निर्माण दो महीने में कराने का फैसला लिया है और इसकी कवायद शुरू कर दी है. वहीं, यह जब बन जायेगा, तो स्कूली बच्चों को काफी सहूलियत होगी. यानी, बच्चे सुरक्षित होंगे. शिक्षकों की परेशानी भी दूर होगी. दरअसल, चहारदीवारी नहीं रहने से यह देखा जा रहा है कि स्कूल परिसर में असामाजिक तत्वों का अड्डा रहता है. बच्चों व शिक्षकों को परेशानी हो रही है. ऑफ टाइम में स्कूल परिसर में कोई भी कूड़ा फेंक दे रहा है. वहीं, स्कूलों के सामने सड़क होने के चलते हमेशा वाहनों की आवाजाही होती है और बच्चों के साथ दुर्घटना होने की संभावना बनी रही है. पढ़ने में बच्चों का मन भी भटक जाता है और फिर शिक्षकों की ओर से भी लगातार चहारदीवारी निर्माण की मांग होती रही है. इसके मद्देनजर चहारदीवारी का निर्माण कराने का निर्णय लिया है.
चहारदीवारी निर्माण के लिए कांट्रैक्टर की बहाली शुरू
चहारदीवारी निर्माण के लिए डीईओ कार्यालय की ओर से कांट्रैक्टर की बहाली शुरू हो गयी है. इसके लिए निविदा जारी की है. निविदा खोलने की तिथि 05 जून रखी है. निविदा प्राप्ति की अंतिम तिथि 31 मई सुनश्चित की गयी है. इधर, कांट्रैक्टर की जब बहाली हो जायेगी, तो इसका निर्माण दो महीने में कर लिया जायेगा.
इन प्रखंडों में बनेगी चहारदीवारी
गोपालपुर, इस्माइलपुर, जगदीशपुर, राघोपुर, खरीक, नगर निगम, नारायणपुर, शाहकुंड, पीरपैंती, सन्हौला, कहलगांव प्रखंड
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