परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए सुधार लें हैंडराइटिंग

भागलपुर: स्टूडेंट्स के बोर्ड एग्जाम में नंबर कम आने का एक कारण उसकी खराब हैंडराइटिंग भी है. कई बार स्टूडेंट्स एग्जाम में आंसर सही लिखते हैं, लेकिन उनकी हैंडराइटिंग खराब होने के कारण आंसर कॉपी चेक करने वाले टीचर को समझ में नहीं आता है कि स्टूडेंट्स ने लिखा क्या है. ऐसे में एग्जामिनर आंसर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2016 9:32 AM
भागलपुर: स्टूडेंट्स के बोर्ड एग्जाम में नंबर कम आने का एक कारण उसकी खराब हैंडराइटिंग भी है. कई बार स्टूडेंट्स एग्जाम में आंसर सही लिखते हैं, लेकिन उनकी हैंडराइटिंग खराब होने के कारण आंसर कॉपी चेक करने वाले टीचर को समझ में नहीं आता है कि स्टूडेंट्स ने लिखा क्या है. ऐसे में एग्जामिनर आंसर काॅपी में नंबर कम दे देते हैं.

वहीं, अगर हैंडराइटिंग अच्छी हो, तो एग्जामिनर न चाहते हुए भी अच्छे अंक दे ही देते हैं. यह कहना है सीबीएसइ के काउंसेलर्स का. 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा को देखते हुए सीबीएसइ ने एक फरवरी से काउंसेलिंग की सुविधा शुरू की है. काउंसेलिंग शुरू हुए लगभग एक महीने हो जा रहा है. इस दौरान लगभग पांच हजार से अधिक कॉल सीबीएसइ के पास आये हैं. इसमें सबसे ज्यादा कॉल लिखावट कैसी हो, क्या लिखावट पर भी अंक कट जाते हैं, जैसे प्रश्नों की संख्या सबसे ज्यादा है. प्रश्नों का चयन कैसे करें, इस संबंध में भी कई प्रश्न पूछे गये हैं. कई छात्रों ने यह भी

पूछा कि कैसे क्वेश्चन का आंसर ज्यदा समय तक याद रहेगा़
स्पीड आंसर करने में हैंडराइटिंग पर नहीं रहता ध्यान
हैंडराइटिंग को लेकर एक्सपर्ट इस बार अधिक सजेशन दे रहे हैं. एक्सपर्ट की मानें, तो हैंडराइटिंग खराब होने की मुख्य वहज कम समय में ज्यादा लिखने की मेंटैलिटी होती है. आंसर स्पीड में लिखने के कारण हैंडराइटिंग पर फोकस नहीं हो पाता है, इसलिए स्पीड की अपेक्षा राइटिंग पर स्टूडेंट्स को सबसे ज्यादा ध्यान देना चाहिए. सीबीएसइ काउंसेलर कुमुद श्रीवास्तव ने बताया कि एग्जाम के लिए स्टूडेंट्स अभी भी अपनी राइटिंग सुधार सकते हैं. इसके लिए वे जिस सब्जेक्ट को लिखकर प्रैक्टिस कर रहे हैं, उसमें बेहतर ढंग से लिखने का प्रयास कर सकते हैं.
अच्छी राइटिंग के टिप्स
कलाई पर लिखते वक्त दबाव न पड़े.
पेन या पेंसिल को नोंक की तरफ से न पकड़ें, थोड़ा पीछे से पकड़ें.
लिखते वक्त बायां हाथ टेबल पर रखें, ताकि थोड़ी हेल्प मिल सके.
काॅपी को टेढ़ा करके न लिखें.
आंसर कॉपी को गंदा होने से बचायें.
अांसर में कट आदि ना करें.
दो शब्दों के बीच स्पेस दें.

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