एडमिशन के लिए वेबसाइट के भरोसे न रहना
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय ने पोस्ट ग्रेजुएट डिपार्टमेंट में ऑनलाइन नामांकन की भले ही शुरुआत कर दी हो, लेकिन इसके अधिकतर कॉलेज छात्रों को वेबसाइट पर छोटी-छोटी जानकारी भी नहीं दे पा रहे हैं. यह स्थिति तब है, जबकि अब नामांकन का दौर आनेवाला है. छात्रों ने कॉलेजों की जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है. […]
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय ने पोस्ट ग्रेजुएट डिपार्टमेंट में ऑनलाइन नामांकन की भले ही शुरुआत कर दी हो, लेकिन इसके अधिकतर कॉलेज छात्रों को वेबसाइट पर छोटी-छोटी जानकारी भी नहीं दे पा रहे हैं. यह स्थिति तब है, जबकि अब नामांकन का दौर आनेवाला है. छात्रों ने कॉलेजों की जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है.
राज्य भर में इंटरमीडिएट की परीक्षा पांच मार्च को ही समाप्त हो चुकी है. मैट्रिक की परीक्षा 18 मार्च को समाप्त हो जायेगी. इंटर की परीक्षा दे चुके छात्र नामांकन के लिए कॉलेजों में कोर्स, फीस, स्कॉलरशिप, होस्टल आदि की जानकारी जुटाना शुरू कर चुके हैं. मैट्रिक की परीक्षा दे रहे छात्र परीक्षा समाप्त होने के बाद उक्त जानकारी हासिल करना शुरू करेंगे. अगर वे कॉलेजों के वेबसाइट के भरोसे रहेंगे, तो निराशा मिलना तय है. तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के अधिकतर कॉलेजों की वेबसाइट खुलती नहीं या फिर सर्वर एरर लिखा पेज खुल जाता है.
इन कॉलेजों की वेबसाइट कमोबेश सही
नैक से ए ग्रेड प्राप्त टीएनबी कॉलेज की वेबसाइट पर अप्लाई करने के तरीके बताये तो गये हैं, लेकिन फी स्ट्रक्चर उपलब्ध नहीं है. स्कॉलरशिप का पेज अंडर कंस्ट्रक्शन बताता है. एसएम कॉलेज की वेबसाइट पर अप्लाई करने के तरीके व फी स्ट्रक्चर उपलब्ध है. बीआरएम कॉलेज की वेबसाइट पर स्टूडेंट सर्विस पेज नहीं खुलता. हाउ टू अप्लाई व फी स्ट्रक्चर पेज पर अंडर कंस्ट्रक्शन लिखा दिखता है. आरडी कॉलेज शेखपुरा की वेबसाइट पर एडमिशन प्रोसेस व कोर्स ऑफ स्टडी पेज उपलब्ध है, लेकिन फी स्ट्रक्चर उपलब्ध नहीं है.
अपडेट वेबसाइट इसलिए भी जरूरी
टीएमबीयू फिलहाल नैक से मूल्यांकन कराने की तैयारी करा रहा है. इसमें खुद विश्वविद्यालय और इसके कई अंगीभूत कॉलेज भी जतन कर रहा है. नैक को आवेदन भी किये जा चुके हैं. नैक को मूल्यांकन से पहले संबंधित संस्थान को सेल्फ स्टडी रिपोर्ट भेजनी पड़ती है. यह रिपोर्ट नैक को भेजने के साथ-साथ संबंधित संस्थान को अपनी वेबसाइट पर भी अपलोड करने की बाध्यता है. बावजूद इसके कॉलेजों की वेबसाइट अपडेट नहीं है.