गैस के लीक होने के कारण विस्फोट के मामले ज्यादा होते हैं. जबकि गैस एजेंसी से लिया गया सिलिंडर पूरी तरह से चेक करने के बाद ही उसमें एलपीजी भरा जाता है, जो कि सुरक्षित होता है.
शहर के गली-चौक में बेरोकटोक चल रहा है अवैध सिलिंडर का कारोबार
भागलपुर : अवैध रिफलिंग से भरे जा रहे गैस सिलिंडर का कारोबार शहर के गली-चौक में बेरोकटोक चल रहा है. अवैध रिफलिंग का धंधा चूंकि अवैध और असुरक्षित होता है, इसलिए रिफलिंग करने के दौरान इसके विस्फोट के ज्यादा मामले सामने आते हैं. विशेषकर युवा, छात्र-छात्राएं जो कि किराये के मकान या फिर हॉस्टल में रहते हैं, खाना बनाने के लिए छोटे सिलिंडर का इस्तेमाल करते हैं.
क्या है विस्फोट का कारण : अवैध रिफलिंग का कारोबार करनेवाले लोग छोटे सिलिंडर का नाॅब एवं वाल्व चेक नहीं करते हैं. इसलिए गैस के लीक होने के कारण विस्फोट के मामले ज्यादा होते हैं. जबकि गैस एजेंसी से लिया गया सिलिंडर पूरी तरह से चेक करने के बाद ही उसमें एलपीजी भरा जाता है, जो कि सुरक्षित होता है.
ये है अवैध रिफलिंग सेंटर के ठिकाने. भागलपुर शहर के टीएमबीयू क्षेत्र, बूढ़ानाथ चौक, आदमपुर (राधा रानी सिन्हा रोड), छोटा खंजरपुर, बड़ा खंजरपुर, तिलकामांझी हटिया रोड, सुर्खीकल मुहल्ला, मायागंज क्षेत्र में अवैध रिफलिंग का काम होता है.
काल नहीं रिसीव नहीं हुआ : इस बारे में जब जिला आपूर्ति अधिकारी के माेबाइल नंबर पर काॅल किया गया तो उन्होंने रिसीव नहीं किया.
बहुत दौड़ाते हैं गैस एजेंसी वाले. इधर छात्रों का कहना है कि छोटा सिलिंडर का कनेक्शन देने के लिए गैस एजेंसी वाले बहुत दौड़ाते हैं. लखीसराय जिले में रहने वाला सुभाष कुमार वर्तमान में बूढ़ानाथ चौक पर एक किराये के मकान में रहकर अपनी पढ़ाई करते हैं. सुभाष ने कहा कि वे इंडेन एजेंसी पर गये थे कनेक्शन के लिए. लेकिन वहां के लोगों ने कहा कि फार्म नहीं है, बाद में आइएगा. दो दिन बाद गया तो कहा गया कि अभी नहीं मिल पायेगा,10 दिन में मिलेगा. अब हम पढ़ाई करें कि इनके एजेंसी का चक्कर लगायें. मुंगेर जिले के निवासी अभय कुमार खंजरपुर में किराये के मकान में रहते हैं. इन्होंने कहा कि वे गैस एजेंसी पर गये थे कनेक्शन के लिये. उनसे लोकल का परिचय पत्र और रेफरेंस मांगा गया था. थकहार रिफलिंग वाला सिलिंडर का इस्तेमाल करना पड़ा.