गरमी का असर. शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जलसंकट की आहट
सात दिन में गिरा 15 फीट तक जलस्तर गरमी शुुरू होते ही शहर के भू-गर्भ जलस्तर में लगातार िगरावट आ रही है. गरमी में जल संकट को लेकर कोई खास प्लानिंग भी संबंिधत विभागीय स्तर पर नहीं की गयी है. अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले दिनों में शहरवासियों को भीषण […]
सात दिन में गिरा 15 फीट तक जलस्तर
गरमी शुुरू होते ही शहर के भू-गर्भ जलस्तर में लगातार िगरावट आ रही है. गरमी में जल संकट को लेकर कोई खास प्लानिंग भी संबंिधत विभागीय स्तर पर नहीं की गयी है. अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले दिनों में शहरवासियों को भीषण जलसंकट का सामना कर पड़ सकता है.
भागलपुर : शहरी क्षेत्र में भू-गर्भ का जलस्तर गिरना तेजी से शुरू हाे गया है. अभी से अगर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के पूर्वी प्रमंडल, भागलपुर सचेत नहीं हुआ तो पानी की विकराल समस्या होगी. गरमी में पेयजल संकट न हो, इसकी प्लानिंग विभागीय स्तर पर अब तक नहीं की गयी है. विभागीय रिपोर्ट को मानें,
तो शहरी क्षेत्र में सप्ताह भर में भू-गर्भ का जलस्तर लगभग 15 फीट तक नीचे गिरा है. नलकूपों का जलस्तर से संबंधित स्थल सूची की विभागीय रिपोर्ट बननी शुरू हो गयी है. रिपोर्ट के आधार पर आठ मार्च को भू-गर्भ का जल स्तर 71 फीट 6 इंच पर था. मगर, 14 मार्च के दोबारा उसी नलकूप का जलस्तर से संबंधित स्थल की रिपाेर्ट बनी, तो जलस्तर 86 फीट पर पहुंच गया है.
ग्रामीण क्षेत्राें में भी प्रभाव : ग्रामीण क्षेत्र में भी भू-गर्भ का जलस्तर खिसकने लगा है. सुलतानगंज, शाहकुंड, नाथनगर व जगदीशपुर प्रखंड क्षेत्र में दो से चार इंच तक भू-गर्भ का जलस्तर खिसक कर नीचे चला गया है और यह सिलसिला जारी है.