पूछा कि निर्दोष को क्यों पकड़ा, बस पीटने लगे
भागलपुर : गोलाघाट के दुधिया मंदिर के पास रहने वाले बिट्टू राय की थाना परिसर में सबसे ज्यादा पिटाई की गयी. उसके परिजनों ने बताया कि थाना में उन लोगों ने बस इतना ही कहा था कि जिनको वह पकड़ कर लाये हैं, वे निर्दोष हैं. इतना कहते ही एएसआइ दिलीप सिंह और सिपाहियों ने […]
भागलपुर : गोलाघाट के दुधिया मंदिर के पास रहने वाले बिट्टू राय की थाना परिसर में सबसे ज्यादा पिटाई की गयी. उसके परिजनों ने बताया कि थाना में उन लोगों ने बस इतना ही कहा था कि जिनको वह पकड़ कर लाये हैं, वे निर्दोष हैं. इतना कहते ही एएसआइ दिलीप सिंह और सिपाहियों ने बिट्टू की पिटाई शुरू कर दी. उसके बाद बिट्टू को जमीन पर गिरा कर घसीट कर पीटा. उसे डंडे से पीटा और उसके कपड़े भी फाड़ दिये. उसे बचाने आयी महिलाओं को भी पुलिस के गुस्से का सामना करना पड़ा. बिट्टू वहां से किसी तरह निकल कर भागा.
गोलाघाट में भी पुलिस ने चलाया था थप्पड़
लोगों का कहना है गोलाघाट के दुधिया मंदिर के पास आपसी झगड़े के बाद एक पक्ष ने पुलिस को फोन कर बुला लिया. पुलिस वहां पहुंची और एक पक्ष के नंदन, चंदन और उसके नाना सीताराम राय के साथ दूसरे पक्ष के मोहन को पकड़ कर लाने लगी. वहीं खड़े मिथिलेश ने पुलिस से कहा कि वह जिन लोगों को पकड़ कर ले जा रहे हैं वे निर्दोष हैं उन्हें छोड़ने का आग्रह उसने किया. मिथिलेश का कहना है कि इतना कहते ही एएसआइ ने उसपर थप्पड़ जड़ दिया.
क्या है मामला
तातारपुर थाना क्षेत्र के गाेलाघाट दुधिया मंदिर के पास रहने वाले आपस में रिश्तेदार हैं. दो पक्षों के बीच झगड़ा हो गया. विधवा रेखा देवी का कहना है कि उसके बेटे के साथ मनोज, मोहन, बबलू, विक्की और अन्य लोगों ने मारपीट की. उसके बाद दोनों पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गयी. मोहन की तरफ से पुलिस को फोन कर दिया गया. पुलिस वहां पहुंची और चार लोगों को पकड़ ली. पुलिस ने नंदन, चंदन और उसके नाना सीताराम राय को पकड़ लिया. नंदन और चंदन की मां रेखा का कहना है कि उसके बेटों और पिता की कोई गलती नहीं थी, फिर भी पुलिस उसे पकड़ कर थाना ले आयी. उन्हीं की गिरफ्तारी को गलत बता अपनी बात रखने लोग थाना आये थे. थाना पहुंचने पर पुलिस ने मिथिलेश को भी पकड़ कर हाजत में बंद कर दिया.