जूस, फल व शरबत का बढ़ा क्रेज

भागलपुर : गरमी बढ़ते ही शहर में बाहर से आने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. इस भीषण गरमी में लोग प्यास बुझाने के लिए सत्तू व बेल का शरबत व अन्य रसदार फल खीरा, तरबूज, खरबूज आदि का सेवन कर रहे हैं. शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर इसके ठेले सज चुके हैं. मौसमी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2016 7:23 AM

भागलपुर : गरमी बढ़ते ही शहर में बाहर से आने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. इस भीषण गरमी में लोग प्यास बुझाने के लिए सत्तू व बेल का शरबत व अन्य रसदार फल खीरा, तरबूज, खरबूज आदि का सेवन कर रहे हैं. शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर इसके ठेले सज चुके हैं. मौसमी रसदार फल, जूस, शरबत आदि शीतल पेय पदार्थों की बिक्री चौगुनी बढ़ गयी है. कई जगह ठंडा पानी व गन्ने के जूस का ठेला भी लगा है.

नींबू,खीरा और तरबूज के भाव चढ़े
असमय गरमी बढ़ने से नीबू, खीरा, तरबूज, नारंगी, ककड़ी, बेल आदि के भाव चढ़ गये हैं. 10 से 12 रुपये किलो बिकने वाले तरबूज 18 रुपये किलो, 10 रुपये किलो वाला देसी खीरा 20 रुपये, एक-दो रुपये पीस वाला छोटा नींबू चार रुपये पीस बिक रहे हैं.
सजे सत्तू व बेल शरबत, तरबूज, खीरे के ठेले
शरबत दुकानदार राम नरेश ने बताया कि जैसे ही गरमी बढ़ती है, बिक्री बढ़ जाती है. यहां पर 10 से 20 रुपये प्रति ग्लास दही का शरबत उपलब्ध है. रोजाना 1500 से 2000 रुपये के बेल के शरबत बेच लेते हैं. सत्तू दुकानदार बबलू ने बताया कि यहां पर सालों भर सत्तू का शरबत मिलता है, लेकिन गरमी के दिनों में बिक्री बढ़ जाती है.
10 से 20 रुपये प्रति ग्लास सत्तू मिल रहा है. लोग सत्तू पीने के बाद एक-दो ग्लास पानी भी पी लेते हैं. इससे शरीर में ठंडक बनी रहती है. बाजार में खीरा 20 से 25 रुपये किलो मिल रहा है, जबकि ठेला पर पांच में छोटा खीरा व सात रुपये में बड़ा खीरा पीस में बिक रहा है. एक किलो में छह से सात खीरे आते हैं.
बावजूद लोग जल्दीबाजी में पीस वाला खीरा ले रहे है और प्यास बुझा रहे हैं. विभिन्न स्थानों पर लस्सी व जूस के स्टॉल खुल गये हैं. यहां भी लोगों की कम भीड़ नहीं रहती.
खीरा, ककड़ी व तरबूज खाकर बूझा रहे लोग अपनी प्यास
गरमी ने बढ़ायी सत्तू, बेल, तरबूज,खीरे, ककड़ी की बिक्री
लस्सी, बेल शरबत, गन्ना रस व सत्तू से लाखों का कारोबार

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