मीठापुर से 10 लाख की अवैध दवा जब्त

भागलपुर/पटना: राजधानी के मीठापुर बस स्टैंड से औषधि नियंत्रक विभाग व पुलिस की टीम ने 10 लाख की दवाएं जब्त कीं. इसे एक ऑटो पर गोविंद मित्र रोड से लाद कर बस स्टैंड लाया गया था. यहां से सहरसा, सुपौल व मधेपुरा भेजने की योजना थी. पुलिस ने ऑटो जब्त कर लिया है. ऑटो मालिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:39 PM

भागलपुर/पटना: राजधानी के मीठापुर बस स्टैंड से औषधि नियंत्रक विभाग व पुलिस की टीम ने 10 लाख की दवाएं जब्त कीं. इसे एक ऑटो पर गोविंद मित्र रोड से लाद कर बस स्टैंड लाया गया था. यहां से सहरसा, सुपौल व मधेपुरा भेजने की योजना थी.

पुलिस ने ऑटो जब्त कर लिया है. ऑटो मालिक कन्हैया महतो व चालक नरेश कुमार को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. दवाएं गोविंद मित्र रोड में किस दुकान से लायी गयीं, कन्हैया इस संबंध कुछ भी स्पष्ट नहीं बता रहा था. दवा की अनुमानित कीमत 10 लाख रुपये बतायी जा रही, लेकिन औषधि विभाग की टीम कीमत का आकलन कर रही है. मौके पर मौजूद ड्रग इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह व नारायण चौधरी ने बताया कि किसी ने इन दवाओं का सही कागजात उपलब्ध नहीं कराया है. इसके कारण यह दवाएं अवैध हैं, लेकिन यह असली है या नकली इसकी जांच के लिए अगमकुआं स्थित बिहार ड्रग्स एंड केमिकल लेबोरेटरी में दवाएं भेजी जायेंगी.

गुप्त सूचना पर छापेमारी
जक्कनपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि काफी मात्र में दवाओं को पटना से बाहर भेजा जा रहा है. इस सूचना पर पुलिस ने मीठापुर बस स्टैंड में छापेमारी की और टेंपो को पकड़ लिया. शनिवार की रात में छापेमारी कर यह दवाएं पकड़ी गयी थीं. छापेमारी टीम में जक्कनपुर थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, सब इंस्पेक्टर राजेश कुमार एवं औषधि नियंत्रक विभाग की ओर से ड्रग इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह, नारायण चौधरी, अविनाश पटेल, विनोद मरांडी, इंद्रकांत कुमार आदि शामिल थे.

बैच नंबर से होगी असली या नकली की जानकारी
दवाओं पर लिखे बैच नंबर से संबंधित दवाओं की कंपनी से जानकारी ली जायेगी कि वह दवाएं कंपनी में बनी हैं या नहीं.

असली के बीच नकली का खेल तो नहीं
औषधि नियंत्रक विभाग की टीम इस बात की छानबीन कर रही है कि असली दवाओं के डिब्बों में नकली दवाओं की भी तो बिक्री नहीं की जा रही है. इसके लिए कई डिब्बों से दवाओं के सैंपल को निकाला गया है. उसे जांच के लिए भेजा जायेगा.

बरामद कुछ दवाओं की सूची
पुलिस ने जो जीवन रक्षक दवाइयां बरामद की है उसमें टेबलेट, सीरप, इंजेक्शन आदि शामिल हैं. इसमें कई नामी कंपनियों की भी करीब 500 विभिन्न तरह की दवाइयां हैं.
दवाई कंपनी
1. स्पास्मो प्रोयभोन- वॉकहार्ड
2. डेक्सोना कैडिला
3. टैक्सीएम ओ अलकेम
4. स्पोरीडेक्स रेनवैक्सी
5. लेमोफेन आरपीजी
6. डिस्प्रीन रिकेट कॉलेमन
7. रिवाइटल रेनवैक्सी
8. सेप्रम जीएसके मुबंई
9. सिनारेस्ट सेनटेयोर
10. बेनाड्रील जॉनसन एंड जॉनसन
11. एसीलॉक कैडिला
12.ऑस्टोकॉल फोर्ट आइडियल (जानवर की दवा)

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