भागलपुर : पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना. चुनाव के दौरान नक्सलियों से निबटने के लिए रणनीति तैयार करना. पूर्ण शराबबंदी को सफल बनाना. और हां, निर्दोष लोगों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई न हो इसका ध्यान रखना. ये हैं नये आइजी सुशील खाेपड़े की प्राथमिकता सूची के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु.
भागलपुर जोन के नये आइजी के तौर पर सुशील खोपड़े ने बुधवार को योगदान दिया. इस मौके पर उन्होंने पत्रकारों से बात की. उन्होंने भागलपुर में ट्रैफिक समस्या से लेकर पानी की किल्लत तक पर बात की. उनके स्वागत के लिए भागलपुर रेंज डीआइजी वरुण कुमार सिन्हा, सिटी डीएसपी शहरयार अख्तर, लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी राजेश सिंह प्रभाकर और प्रशिक्षु डीएसपी आइजी कार्यालय में मौजूद थे. नये आइजी को उनके कार्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
नक्सल क्षेत्रों में आ चुके हैं, अनुभव का इस्तेमाल करूंगा. वैसे तो सुशील खोपड़े की भागलपुर जोन में यह पहली पोस्टिंग है पर वे आइजी अभियान के पद पर कार्य करते हुए दो बार जमुई और लखीसराय का दौरा कर चुके हैं. नये आइजी का कहना है कि पंचायत चुनाव में नक्सली गड़बड़ी कर सकते हैं उसे रोकने के लिए रणनीति तैयार की जायेगी. जल्दी ही जोन के नक्सल प्रभावित जिलों के एसपी के साथ बैठक करने की बात उन्होंने कही.
उन्होंने कहा कि आइजी अभियान के तौर पर वे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में काम कर चुके हैं जिसका फायदा उन्हें यहां मिलेगा. सुशील खोपड़े महाराष्ट्र के मुंबई के रहने वाले हैं. उन्होंने बिहार में आइपीएस के तौर पर ज्यादातर समय पटना जोन में ही दिया है.
निर्दोष पर नहीं होगी कार्रवाई. नये आइजी ने योगदान देते ही यह साफ कर दिया कि पुलिस की तरफ से किसी भी निर्दोष को परेशान नहीं किया जायेगा. आम लोगों की परेशानियों का हमेशा ख्याल रखने वाले सुशील खोपड़े ने यह भी कहा कि निर्दोष को परेशान नहीं करने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि गलत करने वालों के प्रति किसी तरह की नरमी होगी. अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात उन्होंने कही.
नये आइजी सुशील खाेपड़े ने बुधवार को योगदान दिया
नाथनगर स्थित आइजी कार्यालय में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
पंचायत चुनाव व शराबबंदी को प्राथमिकता देने की बात कही
नवगछिया को 10 दिनों के लिए एसटीएफ की चीता टीम
भागलपुर जोन के नये आइजी को यहां पहुंचते ही इस बात का एहसास हो गया कि नवगछिया पुलिस जिले में अपराधियों का बोलबाला है. पंचायत चुनाव में हिंसा न हो इसको लेकर नवगछिया को एसटीएफ की चीता टीम 10 दिनों के लिए दिया गया है. पिछले कुछ समय में नवगछिया में कई आपराधिक घटनाएं हुई हैं. पंचायत चुनाव को लेकर भी कई घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है.