संस्कृति के अनुरूप हो शिक्षा

भागलपुर : आनंदराम ढांढनियां सरस्वती विद्या मंदिर में बुधवार को दो दिवसीय वार्षिकोत्सव समारोह का समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ भागलपुर प्रक्षेत्र के आइजी सुशील एम खोपड़े, भारती शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव अमरनाथ प्रसाद, विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष अतुल कुमार ढांढनियां सह सचिव प्रकाश चंद्र जयसवाल एवं प्राचार्य मनोज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2016 5:38 AM

भागलपुर : आनंदराम ढांढनियां सरस्वती विद्या मंदिर में बुधवार को दो दिवसीय वार्षिकोत्सव समारोह का समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ भागलपुर प्रक्षेत्र के आइजी सुशील एम खोपड़े, भारती शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव अमरनाथ प्रसाद, विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष अतुल कुमार ढांढनियां सह सचिव प्रकाश चंद्र जयसवाल एवं प्राचार्य मनोज कुमार मिश्र ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.

कार्यक्रम में बच्चों ने गणेश वंदना, रंगीलो मारो ढोलना, टिकवा काहे ने लैले रे आदि गीत के बोल पर शानदार नृत्य व गायन कला का प्रदर्शन किया. इस मनमोहक कार्यक्रम को देखने वाले अतिथियों ने बच्चों की प्रतिभा की सराहना की. इसके पूर्व मुख्य अतिथि आइजी ने अपने उदबोधन ने कहा भावी शिक्षा में भारतीय संस्कृति का समावेश होना चाहिए. उन्होंने कहा कि बच्चे ही शिक्षा, समाज व राष्ट्र निर्माण में योगदान देंगे. इस अवसर पर स्वामी आगमानंद ने बच्चों को आशीर्वचन दिया. भारती शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव ने कहा समाजिक जागरण में विद्या भारती की भूमिका सराहनीय है. वार्षिकोत्सव पर आयोजित विभिन्न तरह के प्रतियोगिताओं में सफल प्रतिभागी छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया गया. इस मौके पर चेंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष शैलेंद्र सराफ, स्वामी आगमानंद, प्रकाश चंद्र जयसवाल, अशोक कुमार, ममता झा, अराधना पांडे, मंजू वर्मा, सर्जना भारती , अनिता सिन्हा, जागृति ठाकुर, राखी सहाय, बबीता वर्मा, अभिनंदन सिंह, हेमकांत झा, जैनेद्र मिश्र, सच्चिदानंद सिंह, रंजन सिंह आदि उपस्थित थे.

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